आसनसोल, सौम्य कुमार साधु: पश्चिम बर्दवान जिले में चल रहे “नशा नहीं, कभी नहीं” अभियान के तहत नशे की चपेट में आए युवाओं को सही राह पर लाने के लिए प्रशासन ने कड़े कदम उठाए हैं। आशानसोल के आशिर्वाद फाउंडेशन में युवाओं का इलाज कर उन्हें नया जीवन देने की कोशिश की जा रही है।
एक युवक का इलाज 13 जून से नशा मुक्ति केंद्र में चल रहा था। लेकिन मानसिक संतुलन बिगड़ने के बाद उसका व्यवहार अनियंत्रित हो गया। स्थिति गंभीर होने पर प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मामला संभाला।
“नशा मुक्त जिला” अभियान में बड़ी सफलता
जिले में “नशा मुक्त जिला” अभियान के तहत पुलिस और प्रशासन ने कई युवाओं को नशे की गिरफ्त से बाहर निकाल कर नशा मुक्ति केंद्रों में भर्ती कराया। इस अभियान के दौरान पुलिस को बड़ी सफलता मिली है, जिसमें—
- 257 किलो गांजा
- 330 लीटर चुलाई शराब
- 60 किलो प्रतिबंधित नशीले पदार्थ बरामद किए गए।
आशिर्वाद फाउंडेशन: नशे के अंधेरे में रोशनी की किरण
आसनसोल का आशिर्वाद फाउंडेशन वर्षों से नशे की चपेट में आए युवाओं का मानसिक और शारीरिक पुनर्वास कर रहा है। फाउंडेशन के डायरेक्टर सौम्य कुमार साधु ने कहा, “हमारा उद्देश्य समाज को नशा मुक्त बनाना है और हर युवा को स्वस्थ और सुंदर भविष्य देना है।”
संस्था की मदद से अब तक सैकड़ों युवाओं को नशे से छुटकारा मिला है और उन्होंने अपनी जिंदगी में नई शुरुआत की है।
सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर
अगर आप नशे की समस्या से जूझ रहे हैं या किसी ऐसे व्यक्ति को जानते हैं जो इस समस्या में है, तो मदद के लिए 9609221100 पर संपर्क करें।
मुख्य बिंदु:
- “नशा नहीं, कभी नहीं” अभियान की सफलता।
- आशानसोल के आशिर्वाद फाउंडेशन का अहम योगदान।
- 257 किलो गांजा और 330 लीटर चुलाई शराब बरामद।
- प्रशासन की सक्रियता से युवाओं का मानसिक और शारीरिक पुनर्वास।
- हेल्पलाइन नंबर जारी कर मदद का प्रयास।