आसनसोल में स्थित एक निजी एनजीओ ‘सपोर्ट इंडिया डेवलपमेंट’ पर बंगाल, बिहार, झारखंड समेत कई राज्यों के गरीब किसानों और मजदूरों से कृषि विकास के नाम पर पैसे इकट्ठा कर धोखाधड़ी करने का आरोप लगा है।
दक्षिण 24 परगना के एजेंट का विरोध प्रदर्शन
बुधवार को दक्षिण 24 परगना जिले के एक एजेंट ने उपभोक्ताओं के साथ एनजीओ के मुख्यालय के गेट पर प्रदर्शन किया। उन्होंने आरोप लगाया कि एनजीओ ने किसानों और गरीबों को झूठे वादे करके उनसे पैसे ऐंठे हैं।
कैसे हुआ धोखाधड़ी का खेल?

प्रदर्शनकारियों के मुताबिक, एनजीओ ने उपभोक्ताओं से ₹875 में आईडी बनवाने और हर महीने ₹350 जमा करने को कहा। बदले में, तीन महीने में ₹3000 वापस करने का वादा किया गया। लेकिन, संगठन ने उपभोक्ताओं को पैसे लौटाने के नाम पर लगातार तीन बार फर्जी चेक दिए।
उपभोक्ताओं का गुस्सा और मांग
फर्जी चेक मिलने के बाद, उपभोक्ता नाराज हो गए और अपने निवेश की गई राशि वापस करने की मांग को लेकर एनजीओ के मुख्यालय के गेट पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी उपभोक्ताओं ने मांग की कि उनकी राशि तुरंत वापस की जाए और इस धोखाधड़ी के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की जाए।

गरीबों के साथ अन्याय पर उठे सवाल
स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन को ऐसे धोखाधड़ी वाले संगठनों के खिलाफ कड़े कदम उठाने चाहिए। इस घटना ने गरीब और जरूरतमंद लोगों के साथ होने वाली धोखाधड़ी की सच्चाई उजागर कर दी है।