बर्नपुर : गुरुवार को सेल-इस्को स्टील प्लांट और कंसोर्टियम मेट्सो इंडिया प्रा. लि. कोलकाता एवं जर्मनी के आउटोटेक के बीच एक महत्वपूर्ण अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए। नए परियोजना के तहत यह अनुबंध 2.673 एमटीपीए (मिलियन टन प्रति वर्ष) सिंटर प्लांट कॉम्प्लेक्स को स्थापित करने के लिए है ।
डीआईसी सुरजीत मिश्रा ने बताया कि इस अनुबंध के तहत 252 वर्गमीटर क्षेत्र वाले नए सिंटर मशीन को हस्ताक्षर के 40 माह के अंदर स्थापित कर उत्पादन के लिए बिल्कुल तैयार कर देना है।
सेल-आई एस पी अपनी उत्पादन क्षमता में 4.08 एमटीपीए क्रूड स्टील की वृद्धि हेतु ब्लास्ट फर्नेस-बेसिक ऑक्सीजन फर्नेस मार्ग से ब्राउनफील्ड क्षमता विस्तार की योजना पर अग्रसर है ।
इस विस्तार के अंतर्गत 5650 घनमीटर क्षमता का एक नया ब्लास्ट फर्नेस स्थापित किया जाएगा। ब्लास्ट फर्नेस की लगभग 33% सिंटर आवश्यकता की पूर्ति हेतु अत्याधुनिक सिंटर प्लांट कॉम्प्लेक्स (SP-3) स्थापित किया जाएगा, जिसमें 1 x 252 वर्गमीटर सिंटर मशीन और अन्य सहायक सुविधाएँ शामिल होंगी। यह संयंत्र प्रतिवर्ष 26,73,000 टन ग्रॉस सिंटर उत्पादन करने में सक्षम होगा।
नया सिंटर प्लांट ई ओ इस (एमिशन ऑप्टिमाइज्ड सिन्टरिंग) तकनीक से सुसज्जित होगा, जिसके माध्यम से ठोस ईंधन की खपत एवं स्टैक उत्सर्जन में उल्लेखनीय कमी आएगी। यह पहल आई एस पी की पर्यावरणीय स्थिरता, ऊर्जा दक्षता और सतत विकास के प्रति प्रतिबद्धता का एक और सशक्त कदम है।
सिंटर प्लांट में 3.6 किलोवाट के सोलर ट्री का लोकार्पण
सिंटर प्लांट में सतत ऊर्जा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए 3.6 किलोवाट क्षमता वाले सोलर ट्री का लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर अनिल कुमार, मुख्य महाप्रबंधक (सिंटर) एवं प्रदीप कुमार मिश्रा, मुख्य महाप्रबंधक (विद्युत, A&I एवं C&A) मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।

इस परियोजना को सफल बनाने में केंद्रीय विद्युत टीम से संजीब कुमार भद्र (जीएम विद्युत), अंकुर भादुरी (वरिष्ठ प्रबंधक) एवं सिविल विभाग का सराहनीय सहयोग प्राप्त हुआ।
इस पहल का नेतृत्व निकुंज बिहारी सुतार, उप महाप्रबंधक (सिंटर विद्युत) ने किया।