आसनसोल, पश्चिम बर्दवान – मोहर्रम के अवसर पर रविवार को आसनसोल शहर पूरी तरह से भक्ति और जज्बे के रंग में रंगा रहा। शहर के जीटी रोड समेत कई प्रमुख मार्गों पर पारंपरिक अखाड़ों की भव्य प्रस्तुति ने जनसमूह का ध्यान अपनी ओर खींचा। लाठी चलाना, आग के गोले से खेल, युद्धकला जैसे कई हैरतअंगेज करतबों ने लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
🔸 सामाजिक सौहार्द की मिसाल बने सेवा शिविर
शहर भर में विभिन्न सामाजिक संगठनों और धार्मिक संस्थाओं की ओर से श्रद्धालुओं के लिए कई कैंप लगाए गए, जिनमें पानी, ठंडा शरबत, प्राथमिक चिकित्सा, रिफ्रेशमेंट और विश्राम की सुविधाएं उपलब्ध कराई गईं। श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए तैनात स्वयंसेवकों की तत्परता विशेष रूप से सराही गई।
बेहतर सेवाएं देने वाली कमेटियों को प्रशस्ति पत्र और प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
🔸 जनप्रतिनिधियों की रही उपस्थिति, दिया एकता का संदेश
इस भव्य आयोजन में राज्य के कानून मंत्री मलय घटक, मेयर विधान उपाध्याय, डिप्टी मेयर वसीम उल हक, चेयरमैन अभिजीत घटक, पार्षद गुरदास चटर्जी और अन्य कई जनप्रतिनिधि शामिल हुए। सभी ने मोहर्रम के शांतिपूर्ण आयोजन, धार्मिक सहिष्णुता और सामाजिक सहयोग की प्रशंसा की।
मेयर विधान उपाध्याय ने कहा, “यह पर्व सिर्फ शहादत का प्रतीक नहीं, बल्कि भाईचारे, प्रेम और सामाजिक एकता का संदेश है। अखाड़ों की प्रस्तुति हमारी सांस्कृतिक विरासत को जीवंत बनाए रखती है।”
🔮 अतिरिक्त जानकारी:
- स्थानीय प्रशासन ने ट्रैफिक कंट्रोल और सुरक्षा व्यवस्था के लिए विशेष इंतजाम किए।
- विभिन्न मुस्लिम संगठनों और हिन्दू-मुस्लिम समन्वय समितियों ने मिलकर व्यवस्थाएं संभालीं।
- बच्चों और युवाओं की भागीदारी ने आयोजन में नया उत्साह भर दिया।