पश्चिम बर्धमान जिले के पांडवेश्वर ब्लॉक के कुमरडीही गांव में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। स्थानीय निवासी बापी बाउरी ने बताया कि उनकी नाबालिग जुड़वां बेटियां, श्रद्धा बाउरी (मिष्ठी) और स्नेहा बाउरी (बृष्टि), 1 दिसंबर की सुबह खेल के लिए घर से निकलीं, लेकिन इसके बाद से उनका कोई पता नहीं चला। ये दोनों बच्चियां गांव के फुटबॉल मैदान में खेलने गई थीं और तभी से लापता हैं।
7 दिन में तलाश नहीं हुई तो होगा बड़ा आंदोलन
घटना को लेकर पश्चिम बंगाल बाउरी समाज और गोआला समाज ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। गोआला समाज के राज्य सचिव नयन गोप ने कहा, “अगर सात दिनों के भीतर जुड़वां बहनों को नहीं ढूंढा गया, तो हम राज्यभर में बड़ा आंदोलन करेंगे। प्रशासन की लापरवाही बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”

परिवार का प्रशासन पर आरोप
बापी बाउरी ने कहा, “मेरी बेटियां खेलते हुए अपने मामा के घर से गायब हो गईं। मैंने पांडवेश्वर थाने में शिकायत दर्ज करवाई, लेकिन अब तक कोई प्रगति नहीं हुई है। मैंने जिला पुलिस कमिश्नर से इस मामले में विशेष जांच दल (SIT) गठित करने की अपील की है।”
स्थानीय लोगों में रोष
कुमरडीही गांव और आसपास के क्षेत्रों के लोग इस घटना को लेकर गुस्से में हैं। उनका कहना है, “एक फुटबॉल मैदान से दो बच्चियां कैसे गायब हो सकती हैं? अगर प्रशासन इतना निष्क्रिय रहेगा, तो भविष्य में और कितने बच्चों को असुरक्षा झेलनी पड़ेगी?”
बड़े आंदोलन की तैयारी
पश्चिम बंगाल बाउरी समाज के नेताओं और कुमरडीही के निवासियों ने कहा, “अब समय आ गया है कि प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया जाए। जब तक इस घटना में न्याय नहीं होगा, हम शांत नहीं बैठेंगे।”