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नकली नोट केस में मिली बेल, MIM नेता दानिश अज़ीज़ बोले—पुलिस ने किया ज़ुल्म

आसनसोल: पश्चिम बर्धमान जिले के एमआईएम (मीम) जिलाध्यक्ष दानिश अज़ीज़ को नकली नोट छापने के गंभीर आरोपों में गिरफ्तारी के बाद आसनसोल कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। अदालत ने उन्हें बेल दे दी है, जिसके बाद कोर्ट परिसर के बाहर पार्टी कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह और खुशी का माहौल देखने को मिला।

पुलिस कस्टडी में अमानवीय बर्ताव का आरोप

दानिश अज़ीज़ के वकील शेखर कुंडू ने कोर्ट में दलील दी कि उनके मुवक्किल पर लगाए गए सभी आरोप झूठे और मनगढ़ंत हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस कस्टडी के दौरान उनके साथ अमानवीय व्यवहार और शारीरिक अत्याचार किया गया, जिसका प्रमाण अदालत में प्रस्तुत किया गया है।

वकील कुंडू ने मीडिया से बात करते हुए कहा,

“यह पूरा मामला राजनीतिक साजिश की बू देता है। हमारा मुवक्किल निर्दोष है, और उसे जानबूझकर फंसाया गया है। पुलिस की ज्यादती के सभी सबूत हमारे पास मौजूद हैं।”

कोर्ट के बाहर नारेबाज़ी और जश्न

कोर्ट का फैसला आते ही MIM समर्थकों ने “इंसाफ मिला”, “दानिश निर्दोष है” जैसे नारों के साथ जश्न मनाया। मिठाइयां बांटी गईं, और कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे को गले लगाकर खुशी जाहिर की। स्थिति को देखते हुए कोर्ट परिसर में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया था, जिसने स्थिति को शांतिपूर्ण बनाए रखा।

क्या यह मामला राजनीतिक बदले का है?

इस मामले को लेकर राजनीतिक गलियारों में भी हलचल है। कुछ स्थानीय नेताओं ने दबी जुबान में स्वीकारा कि इस प्रकार की घटनाएं अक्सर चुनावी समीकरणों को प्रभावित करने के लिए की जाती हैं।
अब इस केस में पुलिस की भूमिका और आगे की कानूनी प्रक्रिया पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं

निष्कर्ष:
दानिश अज़ीज़ को मिली बेल ने इस केस में एक नया मोड़ ला दिया है। यह मामला अब कानूनी से ज्यादा राजनीतिक रंग लेने लगा है, और आने वाले समय में इससे जुड़े कई खुलासे हो सकते हैं। पुलिस पर लगाए गए आरोप भी गंभीर हैं, जिन्हें नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता।

ghanty

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