👉 एक भी वैध मतदाता का नाम वोटर लिस्ट से न कटे, वरना दिल्ली तक होगा आंदोलन
कोलकाता : पश्चिम बंगाल समेत देश के 12 राज्यों में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की घोषणा हो चुकी है। फिलहाल बीएलओ को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। अगले 4 नवंबर (मंगलवार) से SIR की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी, जिसके तहत बीएलओ घर-घर जाकर गणना का काम करेंगे। अब राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने ऐलान किया है कि 4 नवंबर को पार्टी SIR के खिलाफ सड़क पर उतरेगी। तृणमूल सुप्रीमो व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तृणमूल के अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के नेतृत्व में राजधानी कोलकाता में मेगा रैली होगी। यह जुलूस मंगलवार को दोपहर 1:30 बजे महानगर के रेड रोड पर, बी.आर. अंबेडकर की प्रतिमा के सामने से शुरू होगा। जुलूस जोड़ासांको तक जाएगी। अर्थात जिस दिन BLO घर-घर जाकर गणना फॉर्म भरना शुरू करेंगे, उसी दिन तृणमूल का शीर्ष नेतृत्व SIR के खिलाफ सड़कों पर उतरेगा।
बता दें कि 27 अक्टूबर को चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल, अंडमान और निकोबार, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, केरल, लक्षद्वीप, मध्य प्रदेश, पुडुचेरी, राजस्थान, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश में SIR की तारीखों की घोषणा की। बंगाल में SIR प्रक्रिया 28 अक्टूबर से शुरू हो गई है। वर्तमान में, BLO का प्रशिक्षण चल रहा है। अगले मंगलवार, 4 नवंबर से, बीएलओ घर-घर जाकर गणना फ़ॉर्म भरने का दौर शुरू करेंगे। यह चरण वास्तविक है। हर मतदाता को यह फ़ॉर्म भरना होगा। अगर नाम 2002 की SIR में नहीं है, तो चुनाव आयोग द्वारा बताए गए 12 दस्तावेज़ों में से कोई भी दिखाना होगा। इस पर ड्राफ्ट वोटर लिस्ट और बाद में फ़ाइनल वोटर लिस्ट तय होगी। अगर किसी का नाम फ़ाइनल वोटर लिस्ट में नहीं है, तो उसे वोट देने का अधिकार नहीं होगा। तृणमूल का साफ़ कहना है कि एक भी योग्य मतदाता का नाम छूटना नहीं चाहिए। वरना, विरोध दिल्ली तक पहुँचेगा।
SIR के नाम पर NRC लागू करने की साजिश का आरोप
तृणमूल कांग्रेस बार-बार आरोप लगाती रही है कि यह एसआईआर दरअसल भाजपा की एक रणनीति है, पिछले दरवाजे से एनआरसी लागू करने का एक तरीका है। गत शुक्रवार को अभिषेक बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस के विभिन्न स्तरों के लगभग 18,000 बीएलए के साथ एक वर्चुअल बैठक की। उन्होंने स्पष्ट संदेश दिया कि इस बात पर नज़र रखें कि एक भी वैध मतदाता का नाम सूची से न छूटे। उनकी पहचान की जानी चाहिए।
अभिषेक ने दिया हर विधानसभा में एक ‘वॉर रूम’ खोलने का निर्देश
अभिषेक ने राज्य के हर इलाके में पार्टी का एक ‘हेल्प डेस्क’ और हर विधानसभा क्षेत्र में एक ‘वॉर रूम’ खोलने का भी आदेश दिया। पार्टी के सांसद और विधायक नियमित रूप से वहाँ मौजूद रहें। अभिषेक का संदेश बिल्कुल साफ़ है कि पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को अगले 2 महीनों तक सब कुछ छोड़कर आम लोगों के साथ रहना होगा। यही लक्ष्य होगा ताकि एक भी वैध मतदाता मतदाता सूची से न छूटे। पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को यकीन है कि मंगलवार के विशाल जुलूस से एक बार फिर यही संदेश सामने आएगा।

















