आसनसोल (प्रेम शंकर चौबे) : बालू (रेत) तस्करी में धन शोधन के मामले को लेकर ईडी गुरुवार सुबह से ही पूरे राज्य में सक्रिय है। इस बार केंद्रीय जाँच एजेंसी की नज़र आसनसोल के वार्ड संख्या 41 अंतर्गत मुर्गाशोल के एसपी मुखर्जी रोड निवासी बालू कारोबारी मनीष बगड़िया पर पड़ी है। यहां उनका आलीशान आवास है। गुरुवार सुबह केंद्रीय जाँच एजेंसी के अधिकारियों ने उनके घर पर छापा मारा। पूरे घर को केंद्रीय बलों ने घेर लिया है। सूत्रों के अनुसार, रेड के दौरान मनीष अपने घर पर नहीं थे। वह निजी कारणों से कोलकाता में हैं। सूत्रों के अनुसार, मनीष लंबे समय से बालू के कारोबार में संलिप्त है, लेकिन हाल के कुछ वर्षों में उसने धंधे में अपनी एक अलग पैठ बनाई है। बंगाल के अलावे बिहार और यूपी के दिग्गज बालू कारोबारियों से उसके अच्छे व्यवसायिक रिश्ते हैं। बंगाल के चुनिंदा प्रमुख बालू कारोबारियों में मनीष का नाम शुमार हो गया था। उस पर आरोप है कि सरकारी टेंडर होने के बावजूद मनीष रेत का अवैध कारोबार कर रहा था। बंगाल में सैंड किंग के नाम से मशहूर अरूण सर्राफ के साथ भी मनीष का बेहतर कारोबारी रिश्ता बताया जा रहा है। अरूण की कंपनी जीडी माइनिंग और इससे जुड़े सौरव राय एवं श्ख जही
इधर, आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मनीष के आवास से पैसों की बड़ी खेप बरामद हुई है। इतनी बड़ी संख्या में बरामद पैसों की गिनती के लिए ईडी की टीम ने बैंक अधिकारियों से बात कर मशीनें मंगवाई है, ताकि रुपयों की सही गिनती कर इसका खुलासा किया जा सके।
कई तरह के व्यवसाय से जुड़ा है बगड़िया परिवार
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, बगड़िया परिवार कई व्यवसायों से जुड़ा है। इसके साथ ही शहर के कई संस्थाओं में भी इस परिवार की अच्छी पकड़ है। मनीष लंबे समय से रेत के कारोबार से भी जुड़ा है। स्थानीय लोगों का दावा है कि उसने पिछले तीन सालों में इस कारोबार से खूब पैसा कमाया है। हालाँकि, परिवार का एक सीमेंट बनाने का कारखाना भी है, यह बात सभी जानते हैं। इसके अलावे ऑटोमोबाइल सेक्टर में भी इस परिवार का बड़ा निवेश है। आसनसोल ऑटो मार्केट में बगड़िया ऑटोमोबाइल्स नामक बड़ा शोरूम भी इसी परिवार का है। इसके अलावे श्रीपुर मोड़ के पास कारखाने में सीमेंट के इलेक्ट्रिक पोल भी बनाए जाते हैं।
मनीष के ड्राइवर को ढूंढ़ते हुई चेलोद पहुंची ईडी की टीम
ईडी के अधिकारी गुरुवार सुबह 7 बजे बगड़िया परिवार के घर पहुँचे। बताया जा रहा है कि जाँच एजेंसी की टीम में लगभग 40 लोग शामिल हैं। यहां परिवार के सभी सदस्यों को एकत्रित कर रेड की जानकारी दी गई। आवास के अंदर-बाहर आवागमन पर प्रतिबंध लगाने के साथ ही दूरसंचार सुविधा को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया। इसके बाद गहन तलाशी जारी है। टीम को जब सूचना मिली कि मनीष घर में मौजूद नहीं है, तो अधिकारियों की एक टीम श्रीपुर स्थित फैक्ट्री भी गई, एक और टीम जेके नगर, डामरा होते हुए चेलोद पहुंची। सूत्रों ने बताया कि मनीष का वाहन चालक चेलोद का रहने वाला है। टीम उसको भी तलाश रही है, ताकि ड्राइवर से यह पता चल सके कि मनीष कारोबारी सिलसिले में कहां-कहां जाता था। इधर, शाम 5 बजकर 27 मिनट पर सभी ईडी अधिकारी मनीष बागड़िया के दफ्तर और घर से निकल गए। अभी तक क्या बरामद हुआ है, ईडी की ओर से इसकी कोई आधिकारिक सूचना नहीं दी गई है। जांचकर्ताओं का कहना है कि बरामदगी का खुलासा जल्द किया जाएगा।
