पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (TMC) प्रमुख ममता बनर्जी के ‘सर्वाधिनायिका’ (One and All) लिखे पोस्टर शनिवार सुबह दक्षिण कोलकाता के जादवपुर और बाघाजतिन जैसे इलाकों में नजर आए।
गौरतलब है कि शुक्रवार को कोलकाता में बड़ी संख्या में पीले झंडों और ‘अधिनायक अभिषेक’ (कैप्टन अभिषेक) लिखे पोस्टरों की बाढ़ आ गई थी। इस घटनाक्रम ने बंगाल की राजनीति को गर्मा दिया है।

पोस्टर वार से उठा सवाल: कौन असली नेता?
दिलचस्प बात यह है कि ममता बनर्जी के पोस्टर ठीक उनके भतीजे और TMC नेता अभिषेक बनर्जी के पोस्टरों के बगल में लगाए गए हैं। ममता बनर्जी के पोस्टर लगाने का श्रेय FAM (Fearless AITC Members) नामक TMC के एक सोशल मीडिया सेल को दिया जा रहा है।
BJP और CPM ने साधा निशाना!
BJP सांसद शमिक भट्टाचार्य ने इस पोस्टर वार पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा,
“यह सब आम जनता का ध्यान भटकाने के लिए प्री-प्लान किया गया है। हमें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि उनका ‘कैप्टन’ कौन है और ‘सर्वाधिनायिका’ कौन है। जनता की नजर में वे हीरो नहीं, बल्कि विलेन हैं।”

वहीं, CPI(M) नेता बिकाश रंजन भट्टाचार्य ने आरोप लगाया कि TMC के पास चुनावी बॉन्ड और घोटालों से आए अकूत पैसे हैं, इसलिए वे इन पोस्टर कैंपेन में बर्बाद कर रहे हैं।
TMC का जवाब – ‘कोई फर्क नहीं पड़ता’
TMC सांसद सौगत रॉय ने इस विवाद को खारिज करते हुए कहा,
“ममता बनर्जी पूरी पार्टी की जिम्मेदारी संभालती हैं। उन्होंने सिर्फ सात दिनों के लिए कुछ जिम्मेदारियां दूसरों को सौंपी हैं, इसका कोई बड़ा असर नहीं पड़ेगा।”
लंदन दौरे से पहले सत्ता का बंटवारा!

गुरुवार को ममता बनर्जी ने अपने लंदन दौरे के दौरान राज्य की व्यवस्थाओं को संभालने के लिए पांच सदस्यीय टास्क फोर्स बनाई। इस टास्क फोर्स में गृह सचिव नंदिनी चक्रवर्ती, अतिरिक्त मुख्य सचिव विवेक कुमार और प्रभात मिश्रा, पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार और कोलकाता पुलिस कमिश्नर मनोज वर्मा शामिल हैं।
इसके अलावा, वरिष्ठ मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य, शशि पांजा, सुजीत बोस, अरूप विश्वास और फिरहाद हकीम सरकार की सुचारू व्यवस्था के लिए अफसरों के साथ समन्वय करेंगे। पार्टी के मामलों की देखरेख की जिम्मेदारी सुभ्रत बक्सी और अभिषेक बनर्जी को सौंपी गई है।
लंदन दौरा: बड़े मंच से ममता बनर्जी की गूंज!

ममता बनर्जी शनिवार शाम लंदन रवाना होंगी। उनके इस दौरे का कार्यक्रम इस प्रकार रहेगा:
- 24 मार्च: भारतीय उच्चायोग (India High Commission) में बैठक
- 25 मार्च: बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट (BGBS) में मिले निवेश प्रस्तावों पर फॉलो-अप बैठक
- 27 मार्च: ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में विशेष व्याख्यान
- 29 मार्च: संभावित रूप से कोलकाता वापसी
क्या यह पोस्टर वार TMC में शक्ति संतुलन का संकेत है? क्या ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी के बीच सत्ता का कोई नया समीकरण बन रहा है? बंगाल की राजनीति में हलचल तेज हो गई है!