कोलकाता : पश्चिम बंगाल में 25,753 शिक्षक नियुक्तियों को सुप्रीम कोर्ट द्वारा अवैध घोषित किए जाने के बाद राज्य की राजनीति में भूचाल आ गया है। इस फैसले ने न सिर्फ शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए, बल्कि सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस की नींव को भी हिला दिया है।
राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे और गिरफ्तारी की मांग की है। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि भर्ती घोटाले का सारा पैसा सीधे TMC के पार्टी फंड में गया है।
👉 “मुख्यमंत्री को इस पूरे घोटाले की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए तुरंत इस्तीफा देना चाहिए। हज़ारों योग्य उम्मीदवारों का भविष्य बर्बाद कर दिया गया है।” – सुवेंदु अधिकारी
🧾 सुप्रीम कोर्ट का आदेश:
सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को साफ तौर पर कहा कि इन नियुक्तियों में पारदर्शिता नहीं थी, और उन्हें अमान्य करार दिया। कोर्ट के आदेश के मुताबिक, अयोग्य शिक्षकों को मिली सैलरी भी अब वापस करनी होगी।
सुवेंदु ने इस पर कहा,
👉 “ममता बनर्जी को यह पैसा अपने पार्टी फंड से लौटाना चाहिए क्योंकि इसी फंड में यह सारा भ्रष्टाचार का पैसा गया है।”
🔥 पार्थ चटर्जी पर भी तीखा हमला:
सुवेंदु ने जेल में बंद पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि
👉 “पार्थ के कार्यकाल में SSC के सभी क्षेत्रीय कार्यालय बंद कर दिए गए। ताकि नियुक्तियों में गड़बड़ी आसानी से की जा सके।”
📢 राज्यव्यापी आंदोलन की चेतावनी
भाजपा ने इस फैसले को जनता की जीत बताया और नवान्न घेराव का एलान किया है।
सुवेंदु ने कहा:
👉 “रामनवमी के बाद हम एक बड़ा जनांदोलन शुरू करेंगे, जिसकी तारीख जल्द घोषित की जाएगी।”
इस बीच भाजयुमो (BJP युवा मोर्चा) पहले ही पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन शुरू कर चुकी है।
🚨 मोथाबाड़ी हिंसा के खिलाफ कांथी में रैली
मालदा जिले के मोथाबाड़ी में हुई साम्प्रदायिक हिंसा के विरोध में गुरुवार को कांथी में भाजपा की रैली निकाली गई, जिसका नेतृत्व खुद सुवेंदु अधिकारी ने किया। यह रैली हाई कोर्ट की अनुमति से आयोजित हुई।












