कोलकाता: गुरुवार (21 नवंबर, 2024) को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य पुलिस के एक वर्ग की कथित निष्क्रियता और भ्रष्टाचार को लेकर कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने कहा कि कुछ अधिकारी, कर्मचारी और पुलिसकर्मी घूसखोरी में लिप्त हैं और आलू, रेत, कोयला और सीमेंट की तस्करी जैसे गैरकानूनी काम कर रहे हैं, जिससे राज्य की छवि खराब हो रही है।
तृणमूल नेताओं का गुस्सा
तृणमूल सांसद सौगत रॉय और कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने पिछले हफ्ते सार्वजनिक रूप से पुलिस की निष्क्रियता और हथियार तस्करी पर सवाल उठाए थे। इन मुद्दों को लेकर विपक्ष ने भी सत्ताधारी दल पर जमकर निशाना साधा।
ममता की कड़ी चेतावनी
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, “निचले स्तर के अधिकारी, कर्मचारी और कुछ पुलिसकर्मी रेत, कोयला और सीमेंट की तस्करी में घूस लेते हैं। मैं इसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करूंगी।”
उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में कानून तोड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी, चाहे वे किसी भी राजनीतिक दल से जुड़े हों।
तस्करी के खिलाफ सख्त कदम
मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि तस्करी और भ्रष्टाचार के दोषियों को जेल भेजा जाएगा। उन्होंने कहा, “यह नहीं हो सकता कि कुछ भ्रष्ट पुलिसकर्मियों की वजह से हमें बदनाम होना पड़े। कानून के तहत जो भी दोषी है, उसे सजा मिलेगी।”
सीमा पर सख्ती के निर्देश
ममता ने राज्य प्रशासन को अंतरराज्यीय और जिला सीमाओं पर सख्त नाका चेकिंग के निर्देश दिए। उनका कहना है कि तस्करी पर लगाम लगाने के लिए यह जरूरी है।
विपक्ष के हमलों का जवाब
ममता ने कहा, “यदि किसी राजनीतिक पार्टी का व्यक्ति दोषी पाया जाता है, तो उसे भी कानून के तहत दंडित किया जाएगा। मैं किसी को बचाने नहीं जा रही।”