आसनसोल: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की नाराजगी के बाद बाराबनी थाना प्रभारी मनोरंजन मंडल को सस्पेंड कर दिया गया है। आसनसोल-दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट (एडीपीसी) ने गुरुवार रात को निलंबन का आदेश जारी किया। यह कार्रवाई अवैध बालू और कोयला खनन को लेकर मुख्यमंत्री की सख्ती के बाद मानी जा रही है।
निलंबन का कारण
आदेश में कहा गया है कि मनोरंजन मंडल का सेवा में बने रहना सार्वजनिक हित में प्रतिकूल है। उनके “अनप्रोफेशनल आचरण” और कर्तव्यों में लापरवाही को लेकर विभागीय जांच लंबित है। निलंबन के दौरान वह आधा वेतन और अन्य भत्ते प्राप्त करेंगे।
मंडल को आदेश दिया गया है कि वह अपनी सरकारी किट जमा करें और आसनसोल पुलिस लाइन के सरकारी आवास में रहें। यह कदम कमिश्नरेट के भीतर हलचल मचा रहा है।
मुख्यमंत्री की नाराजगी के बाद कार्रवाई
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को नवान्न में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिल्पांचल में अवैध बालू और कोयला खनन पर नाराजगी जताई थी। यह माना जा रहा है कि उनकी सख्ती के कारण ही यह कार्रवाई हुई है। सूत्रों के मुताबिक, जल्द ही कुछ और पुलिस अधिकारियों पर गाज गिर सकती है।
मनोरंजन मंडल का विवादित कार्यकाल
मनोरंजन मंडल, जो कांस्टेबल से प्रमोशन पाकर अवर निरीक्षक बने थे, ने आसनसोल-दुर्गापुर के कई प्रमुख थानों में प्रभारी का दायित्व निभाया है। बाराबनी थाना, जिसे अवैध कोयला कारोबार का “स्वर्ग” कहा जाता है, में उनका कार्यकाल सबसे विवादित रहा।
हाल ही में, बाराबनी थाना क्षेत्र में अवैध खनन के दौरान दो युवकों की मौत हुई थी। इस घटना ने काफी तूल पकड़ा। घटना का वीडियो वायरल होने के बाद भाजपा ने आंदोलन किया था। वहीं, मंडल की तृणमूल नेताओं के साथ तस्वीरें भी वायरल हुईं, जिससे उनकी निष्पक्षता पर सवाल खड़े हुए।
राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप तेज
बीते दिनों माकपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व सांसद बंशगोपाल चौधरी ने मंडल पर “कोयला चोरी” में शामिल होने के गंभीर आरोप लगाए थे। भाजपा ने भी इस मामले को लेकर सरकार पर हमला बोला। भाजपा का कहना है कि पुलिस प्रशासन ममता बनर्जी के इशारों पर काम कर रहा है।
क्या होंगे अगले कदम?
इस कार्रवाई के बाद अन्य अधिकारियों पर भी कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है। वहीं, मुख्यमंत्री की सख्ती ने पुलिस महकमे में हड़कंप मचा दिया है।