👉 विवाद और अव्यवस्था की भेंट चढ़ा मेसी का कोलकाता दौरा, मची रही अफरा-तफरी
👉 सॉल्ट लेक स्टेडियम में तोड़फोड़, 10 मिनट में ही जश्न बदला हंगामे में
👉 ₹12 हजार तक देने पर भी नहीं मिली मेसी की एक झलक, नाराज फैंस ने कुर्सी-बोतलें फेंकीं, मचाया उत्पात
कोलकाता : अर्जेंटीना के दिग्गज फुटबॉलर लियोनल मेसी शनिवार को 14 साल बाद भारत पहुंचे। उनके साथ उरुग्वे के स्ट्राइकर लुईस सुआरेज और अर्जेंटीना के मिडफील्डर रोड्रिगो डी पॉल भी आए हैं।
तीनों फुटबॉलर रात करीब 2:30 बजे कोलकाता एयरपोर्ट पहुंचे। इसके बाद सुबह 11 बजे मेसी ने अपने 70 फीट ऊंचे स्टैच्यू का वर्चुअल उद्घाटन किया, जिसमें बॉलीवुड एक्टर शाहरुख खान भी मौजूद रहे।
कार्यक्रम के बाद सभी सॉल्ट लेक स्टेडियम पहुंचे, जहां उन्होंने फैंस से मुलाकात की। हालांकि, तीनों खिलाड़ी करीब 22 मिनट बाद ही वहां से निकल गए। इससे नाराज फैंस ने स्टेडियम में हंगामा शुरू कर दिया और स्टैंड से बोतलें व कुर्सियां फेंकनी शुरू कर दीं।

लियोनल मेसी के भारत दौरे के पहले दिन ही कोलकाता में बवाल हो गया। कोलकाता के सॉल्ट लेक स्टेडियम में शनिवार को लियोनल मेसी के स्वागत का जश्न कुछ ही मिनटों में हंगामे में बदल गया। अर्जेंटीना के दिग्गज फुटबॉलर मेसी को देखने के लिए भारी रकम चुकाकर पहुंचे हजारों फैंस उस वक्त गुस्से से भर उठे, जब उन्हें अपने ही हीरो की एक साफ झलक तक नसीब नहीं हुई।
इस बीच खबर है कि कार्यक्रम के व्यवस्थापक सतद्रु दत्ता को हिरासत में लिया गया है। सतद्रु दत्ता के विरुद्ध एफआईआर भी दर्ज की गई है। एडिशनल डायरेक्टर जनरल (ADG) लॉ एंड ऑर्डर जावेद शमीम ने बताया कि सतद्रु दत्ता को गिरफ्तार कर लिया गया है। शमीम ने कहा कि अब स्थिति कंट्रोल में है और मामले की जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि एफआईआर दर्ज कर ली गई है।

उन्होंने दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। उन्होंने घटना की पूर्ण जांच का भी आश्वासन दिया। एडीजी ने टिप्पणी की कि दर्शकों को उनके टिकट का पैसा वापस कर देना चाहिए।
VIP घेरे में नजर आए मेसी
लियोनल मेसी सुबह करीब 11.30 बजे अपने इंटर मियामी के साथी फुटबॉलर लुइस सुआरेज और अर्जेंटीना के साथी खिलाड़ी रोड्रिगो डी पॉल के साथ स्टेडियम पहुंचे। मैदान पर कदम रखते ही मेसी ने दर्शकों की ओर हाथ हिलाकर अभिवादन किया। उन्हें जर्सी भी भेंट की गई। मेसी, डी पॉल और सुआरेज तीनों मुस्कुराते हुए स्टेडियम का चक्कर लगाया। इस दौरान मेसी ने कुछ फैंस को ऑटोग्राफ भी दिए और हाथ भी मिलाया। हालांकि, वह लगातार वीआईपी, आयोजकों और सुरक्षा कर्मियों के घेरे में रहे, जिससे गैलरी में बैठे आम दर्शकों को उन्हें ठीक से देखने का मौका नहीं मिल पाया।
स्क्रीन पर भी नहीं दिखे मेसी
फैंस का कहना है कि वे सुबह से स्टेडियम में मौजूद थे, लेकिन न तो सीधे तौर पर और न ही स्टेडियम की बड़ी स्क्रीन पर मेसी को साफ देख पाए। इंतजार बढ़ता गया और निराशा गुस्से में बदलने लगी। कुछ ही देर में पूरे स्टेडियम में ‘वी वांट मेसी’ के नारे गूंजने लगे।
अचानक स्टेडियम से ले जाए गए मेसी
स्थिति तब और बिगड़ गई जब मेसी को कुछ ही मिनटों में स्टेडियम से बाहर ले जाया गया। यह तब हुआ, जब कई आमंत्रित गणमान्य लोग भी अभी पहुंचे नहीं थे। फैंस को लगा कि उनके साथ धोखा हुआ है और उनका उत्साह टूटकर आक्रोश में बदल गया। फैंस ने आरोप लगाया कि मेसी स्टेडियम में 10 मिनट तक ही रहे। 10 मिनट में वह स्टेडियम से निकल गए।
बोतलें, कुर्सियां और टूटता सब्र
निराश और नाराज दर्शकों ने मैदान की ओर बोतलें फेंकनी शुरू कर दीं। गैलरी में लगे बैनर, होर्डिंग्स और प्लास्टिक की कुर्सियों को नुकसान पहुंचाया गया। कुछ फैंस बैरिकेड तोड़कर मैदान में घुसने की कोशिश करते भी नजर आए। टेंट भी गिरा दिए गए। यहां तक कि गोल पोस्ट को भी नुकसान पहुंचाया गया। इसके बाद मेसी जिस होटल में ठहरे थे, फैंस उसके बाहर जमा हो गई। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिसकर्मियों ने हल्का बल प्रयोग किया।

इस बवाल के डरा देने वाले वीडियोज और कई तस्वीरें भी सामने आई हैं। हजारों की संख्या में फैंस मैदान के अंदर घुसते और चीजों को नुकसान पहुंचाते दिखे। वहां पुलिस वाले भी मौजूद थे, लेकिन वह कुछ नहीं कर सके। फैंस उनके सामने कुर्सियां फेंकते रहे और चीजों को नुकसान पहुंचाते रहे।
पुलिस के लिए चुनौती बने हालात
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक पुलिस को हालात संभालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। हालांकि, मेसी को तय समय से पहले बाहर ले जाने और अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए जाने से स्थिति पूरी तरह बेकाबू होने से बच गई। फैंस लगातार आरोप लगाते रहे कि इतनी बड़ी रकम चुकाने के बाद भी यह बेहद निराशाजनक है कि उनके चारों ओर 50 लोग मौजूद थे और उन्हें मेसी की एक झलक भी नहीं मिल पाई… उन्होंने बस दो-तीन बार हाथ हिलाया।

सभी फैंस का यही कहना है कि उनसे इस आयोजन के नाम पर हजारों रुपये लिए गए, लेकिन मेसी की झलक नहीं मिल पाई। नेता और बड़े लोग उन्हें घेरकर खड़े रहे, जिससे फैंस उन्हें नहीं देख पाए। पुलिस वालों ने बाद में लाठी चार्ज भी किया। हालांकि, फैंस को जो भी मिला, उसी से तोड़फोड़ करते दिखे।
जश्न पर लगा दाग
फुटबॉल के सबसे बड़े वैश्विक सितारों में से एक लियोनल मेसी के सम्मान में आयोजित यह हाई-प्रोफाइल इवेंट आखिरकार विवाद और अव्यवस्था की भेंट चढ़ गया। जिस आयोजन से फैंस के दिलों में खुशी और यादें बसनी थीं, वहीं यह हंगामा कई लोगों के लिए निराशा और डर की वजह बन गया।
मेसी के प्रशंसक अर्जेंटीना की जर्सी पहनकर पहुंचे थे
मेसी ने सॉल्ट लेक स्टेडियम का चक्कर लगाया और हजारों प्रशंसकों का अभिवादन स्वीकार किया। मेसी के फैंस अर्जेंटीना की जर्सी पहनकर आए थे। स्टेडियम में फैंस मेसी-मेसी के नारे लगा रहे थे। ग्लोबल फुटबॉल आइकन मेसी 14 साल बाद भारत की यात्रा पर आए हैं। मेसी को मोहन बगान की एक विशेष जर्सी भेंट की गई, जिस पर उनका नाम और प्रतिष्ठित नंबर 10 अंकित था।
कोलकाता पहुंचने पर मेसी की पहली प्रतिक्रिया
अपनी 70 फीट ऊंची विशाल प्रतिमा का वर्चुअल अनावरण करने के तुरंत बाद, लियोनल मेसी ने भारत पहुंचने पर अपनी पहली प्रतिक्रिया साझा की। अर्जेंटीना के इस दिग्गज खिलाड़ी ने कहा कि वह देश में और विशेष रूप से कोलकाता में आकर खुश हैं और अपनी आगे की यात्रा को लेकर उत्साहित हैं। मेसी ने कोलकाता में शाहरुख खान और उनके बेटे अबराम से मुलाकात की। इसका वीडियो सामने आया है।
हैदराबाद में 7×7 मैच खेलेंगे मेसी
मेसी कोलकाता से हैदराबाद के लिए रवाना हो गए हैं। उन्हें वहां शाम 7 बजे उप्पल स्टेडियम में 7X7 फुटबॉल मैच खेलना है। यहां पर म्यूजिकल कॉन्सर्ट भी होगा। इसके बाद मेसी रात 8 बजे एक एग्जिबिशन मैच खेलेंगे। उसके बाद CM रेवंत रेड्डी से मुलाकात भी करेंगे।

मेसी यूनाइटेड नेशंस के चाइल्ड ऑर्गेनाइजेशन UNICEF के ब्रांड एम्बेसडर हैं, इसके तहत वे भारत में ‘GOAT इंडिया’ टूर कर रहे हैं। मेसी को 4 शहरों का दौरा करना है। इनमें हैदराबाद, मुंबई और नई दिल्ली भी शामिल हैं। उन्हें मुंबई में सचिन तेंदुलकर से भी मिलना है। 15 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के साथ ही उनका दौरा खत्म होगा।
बंगाल के गवर्नर ने इवेंट की डीटेल रिपोर्ट मांगी
इससे पहले पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने इस इवेंट की तैयारियों को लेकर राज्य सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी। यह कदम उन्होंने तब उठाया, जब फैंस ने लोकभवन में दी गई शिकायत में कहा कि टिकट बहुत महंगे हैं, इसके चलते वे अपने पसंदीदा खिलाड़ी को देख भी नहीं पाएंगे। राज्यपाल को लोक भवन में कई फोन कॉल और ई-मेल मिले थे। फैंस ने बताया कि टिकटों की कीमत उनकी पहुंच से बाहर है। इन्हीं शिकायतों के बाद राज्यपाल ने इस मामले में रिपोर्ट तलब की।
ममता बनर्जी ने मांगी माफी, कहा- ‘अव्यवस्था से बहुत दुखी हूं’
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक पोस्ट करते हुए कहा कि सॉल्ट लेक स्टेडियम में आज हुई अव्यवस्था से मैं बहुत दुखी और हैरान हूं। मैं हजारों खेल प्रेमियों और फैंस के साथ इवेंट में शामिल होने के लिए स्टेडियम जा रही थी, जो अपने पसंदीदा फुटबॉलर लियोनेल मेस्सी की एक झलक पाने के लिए इकट्ठा हुए थे। मैं इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के लिए लियोनेल मेस्सी के साथ-साथ सभी खेल प्रेमियों और उनके फैंस से दिल से माफी मांगती हूं।
रिटायर्ड जस्टिस की अध्यक्षता में बनाई गई जांच समिति
सीएम बनर्जी ने कहा कि मैं जस्टिस (रिटायर्ड) असीम कुमार रे की अध्यक्षता में एक जांच समिति बना रही हूं, जिसमें मुख्य सचिव और अतिरिक्त मुख्य सचिव, गृह और पहाड़ी मामले विभाग, सदस्य होंगे। यह समिति घटना की विस्तृत जांच करेगी, जिम्मेदारी तय करेगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के उपाय सुझाएगी। एक बार फिर, मैं सभी खेल प्रेमियों से दिल से माफी मांगती हूं।
भाजपा ने लगाया सुरक्षा की कमी का आरोप
भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने पूरी तरह से कुप्रबंधन का आरोप लगाते हुए इसे शर्मनाक बताया। भाजपा ने वैश्विक दिग्गज के कोलकाता कार्यक्रम के लिए बिल्कुल भी योजना न होने और सुरक्षा की कमी का आरोप लगाया है।
भाजपा प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कहा कि उम्मीद से भरे हजारों प्रशंसक उन्हें देख तक नहीं पाए, जबकि अयोग्य टीएमसी नेताओं ने उन्हें घेर रखा था। एक वैश्विक दिग्गज, भारी जनसमर्थन, और फिर भी शून्य योजना। अंतरराष्ट्रीय मंच पर पूरी तरह शर्मनाक। ममता बनर्जी एक कार्यक्रम का आयोजन या प्रबंधन भी नहीं कर सकतीं।












