👉 आर्थिक रूप से कमजोर 1500 लोगों में 4 दिनों में बांटे गए कंबल, आगे भी जारी रहेगी सेवा
आसनसोल : विशिष्ट समाजसेवी कृष्णा प्रसाद के लिए समाजसेवा केवल दायित्व नहीं, बल्कि जीवन का संकल्प बन चुकी है। वर्ष 2023 में 17 नवंबर, शुक्रवार को छठ पूजा के दिन उनकी पुत्री का जन्म हुआ, जिसे वे देवी रूप मानते हैं। कृष्णा प्रसाद का कहना है कि उनकी पुत्री मां दुर्गा, मां लक्ष्मी और मां संतोषी देवी के स्वरूप में उन्हें समाजसेवा के लिए निरंतर प्रेरित और गौरवान्वित करती है।
कृष्णा प्रसाद मानते हैं कि पुत्री का आशीर्वाद ही उन्हें समाज के वंचित और जरूरतमंद वर्ग की सेवा के लिए प्रेरित करता है। वे जब भी किसी सेवा कार्य के लिए घर से निकलते हैं, तो अपनी नन्ही पुत्री से आशीर्वाद लेकर निकलते हैं, जिससे उन्हें मानसिक बल और आत्मिक संतोष मिलता है।
इसी क्रम में बीते 23 दिसंबर से लगातार चौथे दिन आसनसोल नगर निगम के 14 नंबर वार्ड अंतर्गत पांच गांवों में कड़ाके की ठंड से राहत दिलाने के उद्देश्य से कंबल वितरण अभियान चलाया गया।
भाजपा के युवा नेता एवं धार्मिक प्रवृत्ति के धनी कृष्णा प्रसाद ने अपनी टीम के साथ झोपड़पट्टी, चासापट्टी और आदिवासी इलाकों में घर-घर जाकर जरूरतमंदों के बीच कंबल वितरित किए।
सुबह और रात्रि के समय आयोजित इस सेवा कार्य के दौरान बुजुर्गों, महिलाओं और गरीब परिवारों को स्वयं कंबल ओढ़ाकर उनका आशीर्वाद लिया गया। झोपड़पट्टी में रहने वाले अधिकांश परिवार कच्चे मकानों में रहते हैं, जहां ठंड से बचाव की कोई ठोस व्यवस्था नहीं है। ऐसे में यह पहल उनके लिए बड़ी राहत साबित हुई।
इस अवसर पर कृष्णा प्रसाद ने कहा कि जिन इलाकों में वे कंबल वितरण करने जाते हैं, वहां जीवनयापन बेहद कठिन है। ठंड के मौसम में लोगों के पास न पर्याप्त कपड़े होते हैं और न ही ओढ़ने की व्यवस्था। ऐसे जरूरतमंद लोगों की मदद कर उन्हें आत्मिक सुकून मिलता है।
उन्होंने बताया कि कई परिवारों के पास रहने के लिए पक्का घर तक नहीं है। कृष्णा प्रसाद ने समाजसेवियों और आम नागरिकों से अपील की कि वे आगे आकर जरूरतमंदों की सहायता करें, ताकि राहत सही लोगों तक पहुंच सके। उन्होंने यह भी कहा कि कंबल सेवा अभियान आगे भी लगातार जारी रहेगा। अब तक करीब 1500 जरूरतमंदों के बीच कंबल वितरित किए जा चुके हैं और आने वाले समय में और अधिक लोगों तक यह सेवा पहुंचाई जाएगी।











