1655 किमी की अनोखी दंडवत यात्रा: भक्त विक्रम माझी का अद्भुत संकल्प

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बराकर, 7 सितम्बर।
भक्ति की अद्भुत शक्ति और अटूट संकल्प का नजारा तब देखने को मिला जब पूर्व बर्धवान जिले के कटवा से दंडवत करते हुए केदारनाथ धाम की ओर निकले तीन श्रद्धालुओं की टोली बराकर पहुँची। 28 वर्षीय विक्रम माझी, जो इस कठिन तपस्या का संकल्प लेकर दंडवत कर रहे हैं, के साथ उनके सहयोगी संजीत कुमार माझी और विकास माझी हर कदम पर साथ हैं।

🙏 बराकर में हुआ भव्य स्वागत
जैसे ही यह दंडवत यात्रा बराकर पहुँची, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने इनका गर्मजोशी से स्वागत किया। बेगूनिया स्थित गौरांग मंदिर में संत श्री सीताराम बाबा की देखरेख में इन श्रद्धालुओं के लिए भोजन, फल, मिठाई और विश्राम का विशेष प्रबंध किया गया।

🌟 1655 किलोमीटर, एक साल का संकल्प
भक्त विक्रम माझी ने बताया कि उन्होंने 1 अगस्त को कटवा से यात्रा प्रारंभ की थी और अब तक एक महीने की कठिन साधना के बाद बराकर तक पहुँचे हैं। उनका संकल्प है कि दंडवत करते-करते लगभग 1655 किलोमीटर की दूरी तय कर एक वर्ष में केदारनाथ धाम पहुँचेंगे।

🗣️ भक्ति की शक्ति पर कार्यकर्ताओं का संदेश
विश्व हिंदू परिषद के जिला उपाध्यक्ष श्री राम सिंह ने कहा—
“भक्ति में अपार शक्ति होती है। विक्रम माझी का यह संकल्प हमें याद दिलाता है कि सच्ची आस्था से असंभव भी संभव हो जाता है।”

उन्होंने यह भी जोड़ा कि लोग 108 किलोमीटर की देवघर बाबा बैद्यनाथ यात्रा कर भक्ति की अनोखी अनुभूतियाँ पाते हैं, लेकिन यह 1655 किलोमीटर लंबी दंडवत यात्रा तो भक्ति की चरम साधना है।

🌸 विदाई में भावुकता और श्रद्धा
रविवार को श्रद्धालुओं को फल, फूल और मिठाई देकर सम्मानित किया गया और भावुक माहौल में उनके अगले पड़ाव की ओर विदा किया गया। क्षेत्र के लोगों ने इसे भक्ति का ऐतिहासिक उदाहरण बताया और कहा कि आने वाली पीढ़ियाँ भी इस तपस्या से प्रेरणा लेंगी।

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