दुर्गापुर।
हिंदुस्तान स्टील वर्कर्स यूनियन के वरिष्ठतम नेता और आजीवन कांग्रेस से जुड़े रहे सर्वप्रिय नेता जयदेव चटर्जी का 83 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्होंने शनिवार की देर रात लगभग 1 बजे अपने गोपाल मठ स्थित आवास पर अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर से कांग्रेस परिवार और श्रमिक संगठनों में शोक की लहर दौड़ गई।
सुबह खबर मिलते ही प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष तरुण रॉय उनके आवास पर पहुंचे और कांग्रेस पार्टी के झंडे पर माल्यार्पण कर दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान कई कांग्रेस कार्यकर्ता और दुर्गापुर स्टील प्लांट के श्रमिक नेता भी मौजूद रहे।
तरुण रॉय ने कहा, “दुर्गापुर स्टील प्लांट के निर्माण काल से लेकर आज तक श्रमिक आंदोलन और कांग्रेस संगठन में जयदेव चटर्जी का योगदान अकल्पनीय रहा है। औद्योगिक नगरी दुर्गापुर के लोग उनके योगदान को कभी भुला नहीं पाएंगे। हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि उनकी आत्मा को शांति मिले और शोक संतप्त परिवार को संबल प्रदान करें।”
जयदेव चटर्जी न सिर्फ एक नेता थे बल्कि श्रमिक वर्ग की आवाज और मजदूर हितों के पैरोकार माने जाते थे। उनकी पहचान ‘श्रमिकों के मसीहा’ के रूप में भी की जाती थी। बताया जाता है कि 70 और 80 के दशक में जब मजदूर आंदोलनों का दौर चरम पर था, तब चटर्जी ने कई बार हज़ारों परिवारों के हित में संघर्ष का नेतृत्व किया।
कांग्रेस और यूनियन नेताओं के अनुसार, उनका जाना दुर्गापुर की औद्योगिक राजनीति और सामाजिक जीवन की अपूरणीय क्षति है। कांग्रेस की स्थानीय इकाई ने तीन दिन का शोक कार्यक्रम घोषित किया है और दुर्गापुर स्टील प्लांट गेट पर भी उन्हें श्रद्धांजलि सभा आयोजित करने की योजना बनाई जा रही है।