जामुड़िया, पश्चिम बंगाल।
बुधवार को जामुड़िया शिक्षा चक्र-2 के अंतर्गत बेलडांगा आदिवासी प्राथमिक विद्यालय में घटी घटना ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया। आरोप है कि विद्यालय के प्रधानाध्यापक रामप्रसाद मुहुरी स्वयं सड़ा मांस लेकर स्कूल पहुंचे और उसे पकाकर बच्चों को खिलाने की कोशिश करने लगे। मांस की तीखी दुर्गंध फैलते ही कई बच्चे बीमार पड़ गए।
🚨 बच्चों की तबीयत बिगड़ी, मचा हंगामा
घटना के समय विद्यालय में दूसरी चरण की मूल्यांकन परीक्षा चल रही थी। जैसे ही दुर्गंध फैली, करीब 20-25 छात्र-छात्राएं बीमार पड़ गए और कुछ बच्चों को उल्टियां तक होने लगीं। अभिभावकों को खबर लगते ही वे गुस्से में स्कूल पहुंचे और प्रधानाध्यापक के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
🛑 प्रधानाध्यापक पर पहले भी लगे थे आरोप
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह पहला मामला नहीं है। नए प्रधानाध्यापक के आने के बाद से विद्यालय पर लगातार विवाद और गंभीर आरोप लगते रहे हैं—
- स्कूल परिसर में नशीले पदार्थों के सेवन की शिकायत
- छात्रों के साथ अनुचित व्यवहार का आरोप
- अब बच्चों को सड़ा मांस खिलाने की कोशिश
✋ अभिभावकों का प्रदर्शन और घेराव
प्रधानाध्यापक के खिलाफ अभिभावकों ने स्कूल गेट पर लंबा प्रदर्शन किया और उनके ट्रांसफर व बर्खास्तगी की मांग की। बताया जा रहा है कि जब प्रधानाध्यापक स्कूल से निकलने लगे, तो अभिभावकों और छात्रों ने उनका वाहन रोक लिया और घेराव कर दिया।
👮 पुलिस और पंचायत समिति की दखलअंदाजी
घटना की गंभीरता को देखते हुए केंदा फाड़ी पुलिस मौके पर पहुंची। साथ ही जामुड़िया पंचायत समिति के शिक्षा कर्माध्यक्ष जगन्नाथ गोप और आत्मा कमेटी के चेयरमैन दिनेश चक्रवर्ती भी वहां पहुंचे और स्थिति को संभालने की कोशिश की।
दोनों अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि पूरे मामले की जांच कराई जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
😡 लोगों का गुस्सा चरम पर
गांववालों और अभिभावकों का कहना है कि यदि जल्द ही ठोस कार्रवाई नहीं हुई, तो वे बड़े आंदोलन की राह पकड़ेंगे। कई लोगों का आरोप है कि स्कूल प्रशासन की लापरवाही से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।