जामुड़िया: जामुड़िया थाना अंतर्गत श्रीपुर फाड़ी के गिरमिट 10 नंबर इलाके में मंगलवार सुबह अचानक उस समय हड़कंप मच गया जब तीन नाबालिग युवतियाँ और दो नाबालिग युवक रहस्यमय तरीके से घर से लापता हो गए। सभी सुबह 9:30 बजे अपने-अपने घरों से निकले थे।
तीनों लड़कियाँ परीक्षा देने के बहाने घर से बाहर गईं, लेकिन शाम 6 बजे तक घर वापस नहीं लौटी, जिसके बाद परिजनों ने खोजबीन शुरू की। कई घंटों की तलाश के बाद भी कोई सुराग न मिलने पर परिवारवालों ने श्रीपुर फाड़ी में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
🔍 कौन-कौन थे नाबालिग? (पूरी पहचान)
लड़कियाँ:
- तरूम खातून (उम्र 15), पिता—ताहिर अंसारी
- राधा नोनिया (उम्र 15), पिता—हरी नोनिया
- प्रतिज्ञा नोनिया (उम्र 15), पिता—शिवशंकर नोनिया
लड़के:
- वासिद अंसारी (उम्र 16), पिता—ताहिर अंसारी
- वाकीद अंसारी (उम्र 15), पिता—वाजिद अंसारी
सभी गिरमिट 10 नंबर इलाके के रहने वाले हैं।
🚨 श्रीपुर पुलिस की त्वरित कार्रवाई – धनबाद स्टेशन से सभी को पकड़ा
रिपोर्ट दर्ज होते ही श्रीपुर फाड़ी पुलिस ने अपनी ओर से तहकीकात शुरू कर दी।
गोपनीय सूत्रों से सूचना मिली कि सभी नाबालिग असानसोल से ट्रेन पकड़कर धनबाद स्टेशन पहुँचे हैं और वहां से गुजरात जाने की फिराक में थे।
पुलिस तुरंत धनबाद पहुँची और वहीं से तीनों लड़कियों और दोनों नाबालिग लड़कों को बरामद कर लिया।
❗ नाबालिगों ने कबूला—”काम करने और पैसे कमाने Gujarat जा रहे थे”
कड़ी पूछताछ में सभी ने बताया कि—
- घर से भागकर गुजरात में काम करने की योजना थी
- ग्रुप में शामिल एक लड़का पहले से गुजरात में काम कर रहा था
- वही सभी को अपने साथ ले जाने के लिए आया था
नाबालिगों ने बताया कि वे
- सुबह 9:30 बजे घर से निकले
- असानसोल स्टेशन पहुँचे
- JC D स्टेशन के रास्ते धनबाद स्टेशन पहुंचे
- पूरी रात धनबाद स्टेशन पर ही रुके
- सुबह गुजरात जाने वाली ट्रेन पकड़ने वाले थे कि पुलिस पहुँच गई
👮♂️ परिवारवालों ने पुलिस को धन्यवाद दिया
पुलिस ने सभी नाबालिगों को उनके परिवारवालों को सुरक्षित सौंप दिया।
परिजनों ने श्रीपुर फाड़ी की त्वरित कार्रवाई की सराहना करते हुए पुलिस का आभार व्यक्त किया।
⚠ इस घटना ने बड़ा सवाल खड़ा किया—नाबालिग लगातार क्यों भाग रहे हैं?
स्थानीय लोगों के अनुसार:
- गरीबी
- रोजगार की कमी
- बच्चों पर परिवार का दबाव
- सोशल मीडिया व बाहरी लोगों का प्रभाव
इन कारणों से नाबालिग घर छोड़कर बेहतर जीवन की तलाश में निकल पड़ते हैं।
पुलिस अब इस मामले की गहराई से जांच कर रही है कि कहीं मानव तस्करी या एजेंटों का नेटवर्क तो सक्रिय नहीं।












