जमीन अधिग्रहण को लेकर ग्रामीण और प्रबंधन लंबे समय तक ईसीएल अधिकारियों ने ग्रामीणों की जमीन का अधिग्रहण नहीं कियाcj था, लेकिन उन इलाकों में कोयला खदान का पानी गिराए जाने के कारण बड़े इलाके की जमीन डूब गई है और ईसीएल द्वारा उस जमीन के अधिग्रहण की मांग को लेकर बार-बार विरोध प्रदर्शन होते रहे हैं l इस बार उस मामले को देखते हुए अतिवादी निर्णय लिया गया l बार-बार वादा करने के बाद भी अपना वादा पूरा नहीं करने पर ईसीएल के अधिकारियों को जगाने के उद्देश्य से मंगलवार की सुबह से रानीगंज के कुनुस्तोडिया क्षेत्र में बंशरा सी पिट कोलियरी को बंद कर विरोध आंदोलन जारी है l फिलहाल, कोयला खदान के सभी मजदूर कोयला खदान में नीचे नहीं उतर पाने के कारण खदान के ऊपर बैठे हुए हैं l ग्रामीणों की मांग है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती, विरोध आंदोलन जारी रहेगा l कोयला खदानें बंद रहेंगी l यह आंदोलन सुबह आठ बजे से ही चल रहा है l ज्ञात हो कि इस क्षतिग्रस्त भूमि की मात्रा लगभग ढाई सौ बीघे है। इससे पचास से अधिक परिवार प्रभावित हैं। फिलहाल कोयला खदान के माइन माउथ कार्यालय में विरोध आंदोलन जारी है, कोलियरी के स्थानीय प्रबंधन अभी तक सामने नहीं आये हैं l किसी भी तनावपूर्ण स्थिति से निपटने के लिए ईसीएल के पास खदान परिसर में सुरक्षा गार्ड हैं। केंद्रीय बलों के विशेष सुरक्षा गार्ड हैं l

