जादवपुर यूनिवर्सिटी में थर्ड ईयर की छात्रा की मौत… तालाब से मिला शव, मचा हड़कंप

कोलकाता : महानगर में जादवपुर यूनिवर्सिटी से बड़ी खबर सामने आई है, जहां यूनिवर्सिटी में थर्ड ईयर की एक छात्रा की मौत हो गई. छात्रा का शव यूनिवर्सिटी के ही तालाब से मिला. छात्रा की मौत के बाद यूनिवर्सिटी में हड़कंप मच गया है. छात्रा को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. बताया जा रहा है कि मृतक छात्रा इंग्लिश डिपार्टमेंट की थी.

ये घटना रात 9 बजे की बताई जा रही है. यूनिवर्सिटी गेट नंबर 4 में एक छात्र संगठन का सांस्कृतिक कार्यक्रम चल रहा था. इस दौरान यूनिवर्सिटी में काफी भीड़ जमा थी. छात्रा यूनियन रूम से सटे तालाब में गिर गई थी. जब उसे तालाब से बाहर निकाला गया तो वह बेहोश थी. उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका. डॉक्टरों ने चेकअप के बाद छात्रा को मृत घोषित कर दिया. मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची.

मृतक छात्रा पहले यूनियन रूम के पास बने बाथरूम में गई थी. तभी वह तालाब में गिर गई. जब उसे कुछ देर हुई तो उसके दोस्त उसे ढूंढ़ने लगे और 5 से 7 मिनट बाद छात्रा का शव तालाब में दिखा. इसके बाद उसे तालाब से बाहर निकाला गया. उसके दोस्त उसे केपीसी मेडिकल कॉलेज व अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने छात्रा को मृत घोषित कर दिया.

यूनिवर्सिटी में सुरक्षा को लेकर सवाल

घटना के बाद भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा. इसके साथ ही जादवपुर यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर भी अस्पताल पहुंचे. छात्रा की मौत किस वजह से हुई. इसके पीछे की वजह अभी तक साफ नहीं हो पाई है, लेकिन उसका शव एक तालाब से बरामद किया गया, जिसके बाद यूनिवर्सिटी में हंगामा हो गया. छात्रा की मौत के बाद यूनिवर्सिटी में सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं.

फिर सुर्खियों में जादवपुर विवि

दो साल पहले भी यूनिवर्सिटी में एक छात्र की मौत हो गई थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक जादवपुर यूनिवर्सिटी में रैगिंग के बाद एक छात्र ने कथित रूप से आत्महत्या कर ली थी. तब कुछ छात्रों ने आरोप लगाया था कि कि मृतक छात्र को बिना कपड़ों के दौड़ाया गया था. उसे ‘गे’ कहकर पुकारा गया था. इसके बाद मृत छात्र ने अपनी मां को कई बार फोन किया था.

पुलिस-प्रशासन की चुप्पी पर अमित मालवीय ने उठाया सवाल

भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने शुक्रवार को कोलकाता के प्रतिष्ठित जादवपुर विश्वविद्यालय (जेयू) परिसर में छात्रा की संदिग्ध मौत पर राज्य प्रशासन की चुप्पी पर सवाल उठाए। यह घटना आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक महिला जूनियर डॉक्टर से बलात्कार और हत्या के करीब एक साल बाद हुई। पश्चिम बंगाल में पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षक अमित मालवीय ने पूछा, “इसे दुर्घटना बताकर नजरअंदाज क्यों किया जा रहा है? क्या हत्या से पहले उसे नशीला पदार्थ दिया गया था और उससे मारपीट की गई थी?” उन्होंने यह भी पूछा कि इस मामले में अधिकारी और पुलिस चुप क्यों हैं? मालवीय ने सवाल किया, ”ऐसा क्यों है कि बंगाल के परिसरों में सिर्फ छात्राएं ही असुरक्षित हैं?” भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय का कहना है कि छात्र संगठनों और मानवाधिकार समूहों को इस मामले की उचित जांच की मांग करनी चाहिए, साथ ही सीसीटीवी फुटेज की भी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा, ”हम प्रशासन से यह भी उम्मीद करते हैं कि वह दिवंगत छात्रा की गरिमा की रक्षा करे। आरजी कर मामले के विपरीत, जहां पुलिस आयुक्त ने भी पीड़िता की पहचान उजागर करके बुनियादी शिष्टाचार का उल्लंघन किया था।” उन्होंने आगे कहा, “बंगाल के परिसर छात्रों के लिए सुरक्षित स्थान होने चाहिए न कि अपराध स्थल।”

वारदात के बाद उठ रहे हैं कई सवाल

सवाल उठ रहे हैं कि आखिर किस वजह से छात्रा देर रात परिसर के भीतर जलाशय के पास पहुंची, वह भी तब, जब परिसर में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम चल रहा था। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है कि क्या वह किसी के बुलाने पर जलाशय के पास गई थी। जेयू के एक अंदरूनी सूत्र ने कहा, “सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान माइक्रोफोन का इस्तेमाल किया गया था और छात्र और पूर्व छात्र नाच-गा रहे थे, इसलिए अगर छात्रा चिल्लाती भी, तो उसकी आवाज दूसरों को सुनाई नहीं देती।”

ghanty

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