आज वह ऐतिहासिक दिन है जब हमने ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त की — एक गौरवपूर्ण उपलब्धि। हम इस स्वतंत्रता दिवस को अखंड भारत दिवस के रूप में मनाते हैं — एक ऐसा दिन जब हम अपने संकल्प को दोहराते हैं कि एक दिन भारत फिर से संपूर्ण होगा। केवल भूगोल में ही नहीं, बल्कि आत्मा, संस्कृति और भावना में भी।
यह संकल्प मात्र एक सपना नहीं, बल्कि हमारे पूर्वजों के बलिदान को सच्ची श्रद्धांजलि है। एक दिन हम अपने पुरखों की धरती पर कदम रखेंगे और गर्व के साथ उनकी विरासत का सम्मान करेंगे।
जय हिंद! वंदे मातरम्!
सीमाएं बदल सकती हैं, लेकिन भारत की आत्मा शाश्वत है। समावेशी भारत, सशक्त भारत, सबका भारत और मानव तस्करी मुक्त भारत के लिए — स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं।
सतीश चंद्र
प्रधान संपादक, सिटी टूडे न्यूज़, आसनसोल