कोलकाता/सोनारपुर: बंगाल में घुसपैठ का एक और बड़ा मामला सामने आया है! दक्षिण 24 परगना के सोनारपुर में पांच बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है, जो पिछले एक साल से अवैध रूप से रह रहे थे।
इन घुसपैठियों ने अपनी पहचान छिपाकर एक कपड़ा मिल में मजदूरी कर रहे थे। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर इन्हें रविवार रात बैकुंठपुर इलाके से गिरफ्तार किया। सोमवार को इन्हें बारुईपुर कोर्ट में पेश किया गया।
कैसे पहुंचे ये घुसपैठिए?
👉 चार बांग्लादेशी टूरिस्ट वीजा पर आए थे, लेकिन समय खत्म होने के बाद भी यहीं रह गए।
👉 पांचवां आरोपी मोहम्मद जलील उत्तर 24 परगना की सीमा से अवैध रूप से घुसा था और फर्जी आधार कार्ड बनवा लिया था।
👉 पांचों अलग-अलग जिलों के निवासी हैं—ढाका, कुष्टिया, बारीसाल और लक्ष्मीपुर।
👉 गिरफ्तारी के समय इनके पास बांग्लादेशी सिम कार्ड भी मिले।
कहां रह रहे थे और क्या करते थे?
🛑 एक किराए के मकान में छिपकर रह रहे थे, मकान मालिक फरार है।
🛑 गंजी फैक्ट्री में काम कर रहे थे, स्थानीय लोगों से ज्यादा बातचीत नहीं थी।
🛑 पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या वे किसी आपराधिक गतिविधि में शामिल थे।
गिरफ्तार किए गए लोगों के नाम:
✔️ तुषार अहमद
✔️ इस्माइल हुसैन
✔️ समीदुल इस्लाम
✔️ मोहम्मद शमीम
✔️ मोहम्मद जलील (फर्जी आधार कार्ड बनवाने वाला)
सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस, बंगाल में अवैध घुसपैठ पर उठे सवाल!
यह मामला सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर बंगाल में बांग्लादेशी घुसपैठ को लेकर बहस तेज हो गई है। कई लोग इसे बड़ी साजिश बता रहे हैं और सुरक्षा एजेंसियों से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
पुलिस का बयान
बारुईपुर पुलिस अधीक्षक पलाशचंद्र ढाली ने कहा, “हम गहन जांच कर रहे हैं कि ये लोग यहां कैसे आए और इनका मकसद क्या था।”












