कोलकाता : महानगर के साल्टलेक स्टेडियम में शनिवार की शाम फुटबॉल प्रेमियों के लिए इतिहास दोहराया गया, जब मोहन बागान सुपर जाएंट ने रोमांचक मुकाबले में अपने चिर-प्रतिद्वंद्वी ईस्ट बंगाल को पेनल्टी शूटआउट में 5-4 से हराकर आईएफए शील्ड का खिताब अपने नाम किया। इस जीत के साथ 22 साल बाद मोहन बागान ने फिर से इस प्रतिष्ठित ट्रॉफी पर कब्जा जमाया।
मोहन बागान ने जीता 21वां आईएफए शील्ड खिताब
निर्धारित और अतिरिक्त समय में मैच 1-1 की बराबरी पर समाप्त हुआ। इसके बाद मुकाबला पेनल्टी शूटआउट में पहुंचा, जहां मोहन बागान के खिलाड़ियों ने जबरदस्त संयम दिखाते हुए जीत हासिल की। इस खिताबी जीत के साथ मोहन बागान ने अपना 21वां आईएफए शील्ड खिताब जीता और 2003 के बाद पहली बार इस टूर्नामेंट में विजयी हुआ। दिलचस्प बात यह है कि 2003 में भी मोहन बागान ने ईस्ट बंगाल को पेनल्टी शूटआउट में ही मात दी थी।
30वां खिताब जीतने से चूका ईस्ट बंगाल
इस जीत ने न केवल मोहन बागान के लंबे इंतजार को खत्म किया, बल्कि ईस्ट बंगाल को रिकॉर्ड 30वां खिताब जीतने से भी रोक दिया। स्टेडियम में मौजूद हजारों दर्शकों ने इस ऐतिहासिक पल का गवाह बनकर अपने पसंदीदा क्लब के गौरवशाली इतिहास में एक और सुनहरा अध्याय जोड़ दिया।












