आसनसोल, पश्चिम बर्दवान:
आतंकवाद के खिलाफ भारतीय सेना की बहादुरी को सलाम करते हुए इंटरनेशनल इक्विटेबल ह्यूमन राइट्स सोशल काउंसिल की ओर से इस्पात नगरी बर्नपुर के बारी मैदान में एक भावपूर्ण श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया।
इस मौके पर 2 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में शहीद हुए भारतीय जवानों को नमन किया गया और सभा में उपस्थित सैकड़ों लोगों ने “सेना जिंदाबाद”, “भारत माता की जय” जैसे गगनभेदी नारे लगाए।
🕯️ “शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि तब मिलेगी, जब आतंकवाद का होगा अंत” – संजय सिन्हा
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संस्था के चेयरमैन संजय सिन्हा ने कहा,
“भारतीय सेना ने जो साहस दिखाया है, वही शहीदों के परिजनों के लिए न्याय लेकर आया है। अगर सेना नहीं होती, तो शायद हम ये श्रद्धांजलि भी नहीं दे पाते।”
उन्होंने आगे कहा कि भारत को आतंकवाद के खिलाफ “ज़ीरो टॉलरेंस नीति” अपनानी चाहिए और ऑपरेशन सिंदूर के बाद भी सेना का अभियान पूरी ताकत से जारी रहना चाहिए।
🇮🇳 कार्यक्रम में उपस्थित देशभक्तों की टोली
इस श्रद्धांजलि सभा में चेयरमैन संजय सिन्हा के साथ संस्था के कई पदाधिकारी भी मौजूद रहे, जिनमें शामिल थे:
- दीपक मित्रा (प्रदेश अध्यक्ष)
- शुभम शर्मा (सिटी अध्यक्ष)
- यासमीन सुल्ताना (सिटी उपाध्यक्ष)
- हीरा पाठक (प्रखंड उपाध्यक्ष)
- अमित सिंह (संयोजक)
- संजीव कर्ण (सिटी उपाध्यक्ष)
- कृष्णा शर्मा (प्रखंड उपाध्यक्ष)
सभी ने एक सुर में कहा –
“भारतीय सेना को हमारा दिल से धन्यवाद, उनकी वजह से ही देश आज सुरक्षित है।”
🧨 ऑपरेशन सिंदूर के बाद भी आतंकवाद पर शिकंजा कस रही सेना
गौरतलब है कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत सेना ने आतंकियों को बड़ी संख्या में ढेर किया था। लेकिन यह सिर्फ शुरुआत है — अब देशवासी और सेना मिलकर यह संकल्प लें कि आतंकवाद की जड़ तक जाकर उसे मिटाना ही सच्ची श्रद्धांजलि होगी।












