बराकर (पश्चिम बर्दवान)/ संजीब कुमार यादब :
गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर बराकर नदी तट स्थित संत मत सत्संग आश्रम और डीपो डंगाल स्थित गायत्री शक्तिपीठ मंदिर में भव्य धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया गया। भक्तों की भारी भीड़ और आध्यात्मिक वातावरण ने पूरे क्षेत्र को भक्तिमय बना दिया।
🌿 संत मत सत्संग आश्रम में गुरु दीक्षा, भजन-कीर्तन और भंडारा
संत मत सत्संग आश्रम में भजन-कीर्तन, प्रवचन, गुरु-शिष्य दीक्षा और भव्य भंडारे का आयोजन हुआ। आश्रम में स्वामी परेशानंद महाराज ने कहा –
“गुरु का स्थान भगवान से भी ऊपर है। गुरु बिना भगवान के भी दर्शन संभव नहीं।”
🔥 गायत्री शक्तिपीठ में 24 कुंडीय यज्ञ और कर्मकांड
गायत्री शक्तिपीठ में पंडित सतीश कुमार के नेतृत्व में 24 कुंडीय महायज्ञ, कर्मकांड, हवन और मंगल पाठ किया गया। भक्तों ने आहुति देकर जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का आह्वान किया। यज्ञ के बाद भंडारे का आयोजन भी हुआ।
🙏 गुरु-शिष्य परंपरा में आस्था की झलक
स्वामी परेशानंद महाराज ने अपने प्रवचन में गुरु की महिमा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि —
“चाहे शिक्षा हो, तकनीक, नौकरी या व्यवसाय – गुरु के बिना सफलता अधूरी है।”
🎉 श्रद्धालुओं की जबरदस्त भागीदारी
संत मत सत्संग आश्रम समिति से गोपीराम भालोटिया, प्रमोद भालोटिया, वीरेंद्र प्रसाद, शंकर रजनीवाल, संदीप लोयलका, सीताराम बर्णवाल, जयप्रकाश केशरी, अनिल पांडेय, महेश वर्णवाल, बिनोद अग्रवाल, दिलीप लोयलका सहित बड़ी संख्या में महिलाएं उपस्थित रहीं।
वहीं गायत्री शक्तिपीठ में विजय कृष्ण खेमानी, दीपक दुधानी, नरेश गोयल, उमंग पोद्दार, ईश्वर पटेल, प्रवीण जैन, पुरुषोत्तम अग्रवाल आदि श्रद्धालु उपस्थित थे।
🕉️ यह आयोजन बना आध्यात्मिक चेतना का संगम
गुरु पूर्णिमा का यह आयोजन क्षेत्र में गुरु परंपरा, आध्यात्मिक चेतना और सांस्कृतिक विरासत के प्रति श्रद्धा का प्रतीक बन गया। श्रद्धालुओं ने आस्था, भक्ति और सेवा की मिसाल पेश की।