📍आसनसोल | विशेष रिपोर्ट
आसनसोल में आज चारों ओर ‘वाहे गुरु जी का खालसा, वाहे गुरु जी की फतेह’ के जयकारे गूंज उठे। शहर में जगत गुरु श्री गुरु नानक देव जी का 556वां प्रकाश पर्व बड़ी श्रद्धा, भक्ति और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। इस अवसर पर गुरुनानक गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी, आसनसोल की ओर से दो दिवसीय विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है।
सोमवार की सुबह गुरु नानक कम्युनिटी हॉल, आसनसोल से गुरु ग्रंथ साहिब जी की सवारी निकाली गई, जिसकी अगुवाई पांच प्यारों ने की। शोभायात्रा में सैकड़ों सिख श्रद्धालु शामिल हुए। यह यात्रा जी.टी. रोड, हटन रोड और गोराई मार्ग से गुजरते हुए गुरु नानक मिशन हाई स्कूल, इस्माईल पहुंची, जहां अखंड पाठ साहिब आरंभ किया गया।

📿 अखंड पाठ का समापन 5 नवंबर को होगा, जिसके उपरांत सुबह 10 बजे से दीवान सजाया जाएगा। इस अवसर पर पंजाब से आए प्रसिद्ध ज्ञानी कीर्तन जत्थे और हजूरी रागी अपने मधुर शब्दों में गुरु महिमा का बखान करेंगे। दोपहर 2 बजे से नगर कीर्तन निकलेगा, जो पुनः गुरु नानक कम्युनिटी हॉल में जाकर संपन्न होगा।
🙏 भक्ति और सेवा का संगम:
3 से 5 नवंबर तक हर रात रामबंधु तालाब स्थित कम्युनिटी हॉल में विशेष दीवान सभाएं आयोजित की जा रही हैं। सभी कार्यक्रमों में श्रद्धालुओं के लिए गुरु का लंगर भी भक्ति भावना से परोसा जाएगा।
🎵 शोभायात्रा में सजी झांकियों में गुरु नानक देव जी के जीवन संदेशों, एकता, प्रेम और मानवता की झलक देखने को मिली। बच्चों और युवाओं ने ‘नाम जपो, कीरत करो, वंड छको’ के संदेश पर आधारित भजन प्रस्तुत किए, जिससे पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा।
📸 स्थानीय श्रद्धालु हरभजन सिंह ने बताया, “हर साल की तरह इस बार भी पूरा आसनसोल गुरु महिमा में डूबा हुआ है। इस आयोजन में हर धर्म और समुदाय के लोग शामिल हो रहे हैं, जो गुरु नानक देव जी के ‘सर्व धर्म समभाव’ के संदेश को जीवंत करता है।”

















