आसनसोल |
एक ओर जहां प्रशासन नशे के खिलाफ अभियान चला रहा है, वहीं दूसरी ओर आसनसोल के पुराने स्टेशन इलाके में नशेड़ियों का आतंक बढ़ता ही जा रहा है। ताजा मामला तब सामने आया जब कुछ युवकों ने इलाके में खुलेआम गांजा पी रहे कुछ लोगों को टोका — लेकिन टोकने की सजा उन्हें मारपीट के रूप में मिली।
घटना आसनसोल उत्तर थाना क्षेत्र की है, जहां राहुल चंद और उसके साथी गांजा पीने का विरोध करने पर बुरी तरह घायल हो गए। वे थाने पहुंचे, इंसाफ की उम्मीद लेकर, लेकिन पुलिस का रवैया और भी चौंकाने वाला रहा।
राहुल चंद ने बताया कि पुलिस ने कार्रवाई के बजाय कहा —
“आपस में म्यूचुअल कर लो!”
यानी शिकायत दर्ज करने के बजाय उन्हें समझौता करने को कहा गया।
📍 स्थानीय लोगों में आक्रोश, कार्रवाई की मांग
घटना से इलाके के लोगों में जबरदस्त गुस्सा है। उनका कहना है कि पुराने स्टेशन रोड पर शाम होते ही नशेड़ियों का जमावड़ा लग जाता है। गांजा, शराब और अन्य नशे की चीजें खुलेआम बिकती हैं, लेकिन स्थानीय पुलिस जानबूझकर आंखें मूंदे हुए है।
स्थानीय निवासी संजय सिंह ने कहा,
“अगर यही हाल रहा तो इलाके के बच्चे भी जल्द ही इस लत का शिकार हो जाएंगे। पुलिस को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।”
🚨 प्रशासन पर सवालिया निशान
- थाने में पीड़ितों की शिकायत दर्ज क्यों नहीं की गई?
- नशे के खिलाफ सक्रियता सिर्फ़ कागजों तक क्यों सीमित है?
- इलाके में हर शाम गांजा-दारू की मंडी क्यों सजी रहती है?