
हिंदी में एक कहावत है “मरने के बाद भी चैन नहीं” कुछ ऐसा ही शुक्ला दे के पति की मौत के बाद हो रहा। मरने वाला तो दुनिया को अलविदा कर गया, लेकिन अब उसकी बॉडी को लेकर परिवार के बीच खींचातानी हो रही है। मंगलवार वार्ड 43 की शुक्ला दे ने आरोप लगाया था कि उनके पति को उन्होंने शाम 6 बजे खाना खिलाया और वो जब अपने घर गए तो उनकी मौत हो गई। उसका पार्थिव शरीर जिला अस्पताल में है और उनके भाई उन्हें बॉडी नहीं दे रहे। आज मृतक के भाई अमित दे, राजीव दे ने आरोप लगाया की 2018 के बाद से ही मेरे भाई की पत्नी, मेरे भाई और मेरी 85 वर्षीय मां पर अत्याचार करती थी। कल भाई की मृत्यु हो गई। मेरी मां अंतिम संस्कार करना चाहती है, लेकिन वो औरत ऐसा करने नहीं देना चाहती l कल शुक्ला दे ने खुद मीडिया के सामने कहा है कि उसने 6 बजे मेरे भाई को कुछ खाना खिलाया है फिर मेरे भाई की 7.30 बजे मौत कैसे हुई ? हमें शक है कि उसने कुछ जरूर खिलाया होगा। इसकी जांच होनी चाहिए। इसकी शिकायत करने दोनों भाई साउथ थाना पंहुचे थे।