आसनसोल/बराकर:
ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (ECL) के हजारों माइनिंग स्टाफ के लिए 1 सितंबर 2025 से एक ऐतिहासिक बदलाव लागू होने जा रहा है। अब उन्हें प्रतिदिन आधे घंटे की जगह पूरे 1 घंटे का चार्ज अलाउंस मिलेगा। यह फैसला कर्मचारियों के लंबे संघर्ष और इंडियन नेशनल माइन ऑफिसियल एंड सुपरवाइजरी स्टाफ एसोसिएशन (INMOSA) की कड़ी मेहनत का परिणाम है।
बराकर (कुल्टी) स्थित इनमोसा के केंद्रीय कार्यालय में आयोजित पत्रकार सम्मेलन में संगठन के अध्यक्ष समीर चक्रवर्ती और डिविजनल सेक्रेटरी डी.के. पांडे ने यह बड़ी घोषणा की। उन्होंने कहा कि बीते चार दशकों से चार्ज अलाउंस बढ़ाने की मांग की जा रही थी, लेकिन अब जाकर इसका सपना साकार हुआ है।
📌 संघर्ष की कहानी
दिसंबर 2024 में इनमोसा ने ईसीएल मुख्यालय को नोटिस देकर लगातार आंदोलन का ऐलान किया था। 23 दिसंबर को मुख्यालय में विशाल धरना-प्रदर्शन भी किया गया। इसके बाद ईसीएल प्रबंधन और संगठन के बीच कई दौर की बैठकों में समझौता हुआ और कर्मचारियों की वर्षों पुरानी मांग पर मुहर लगी।
📌 अन्य कंपनियों में पहले से लागू
यह सुविधा पहले से ही कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) की अन्य कंपनियों जैसे— एनसीएल, सीसीएल और बीसीसीएल में लागू है। अब ईसीएल कर्मचारियों को भी इसका लाभ मिलेगा।
📌 इनमोसा का वादा
इनमोसा पदाधिकारियों ने आश्वासन दिया कि संगठन खदानों की सुरक्षा, उत्पादन और उत्पादकता को बढ़ाने में पहले की तरह पूरी ईमानदारी और समर्पण से काम करेगा।
इस मौके पर अध्यक्ष समीर चक्रवर्ती और डिविजनल सेक्रेटरी डी.के. पांडे के अलावा, ईसीएल डिविजनल कमेटी के संयुक्त सचिव बी.के. सिंह, श्रीपुर एरिया के अध्यक्ष नवल पासवान, सोनपुर बाजारी के सचिव सुब्रत मुखर्जी समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।
कर्मचारियों ने इसे “संघर्ष की जीत” और “नई ऊर्जा का संचार” बताया है।