ईसीएल राजभाषा माह : नन्हें हाथों ने रंगों से रचा भारत का उज्ज्वल भविष्य

single balaji

डिसेरगढ़।
ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (ECL) ने अपने कमान क्षेत्र में हिंदी के प्रचार-प्रसार और बच्चों में सृजनात्मकता को प्रोत्साहित करने की दिशा में सराहनीय पहल की है। बुधवार, 3 सितंबर 2025 को राजभाषा (हिंदी) माह के अंतर्गत डिसेरगढ़ स्थित संत जूड प्राइमरी स्कूल में एक रंगारंग चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की गई।

इस प्रतियोगिता में नर्सरी से लेकर कक्षा चौथी तक के कुल 67 बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। नन्हें कलाकारों ने अपनी कल्पनाओं और रंगों के माध्यम से पर्यावरण, स्वच्छता, शिक्षा और राष्ट्रप्रेम जैसे विषयों को चित्रों में जीवंत कर दिया।

🎨 चित्रों में झलकी मासूम भावनाएँ

बच्चों के बनाए चित्रों में उनकी सरल भावनाएँ, कल्पना शक्ति, मनोविज्ञान और सोचने की शैली की झलक स्पष्ट दिखाई दी। निर्णायक मंडल ने बताया कि इन नन्हें हाथों की कला भारत के उज्ज्वल भविष्य का संकेत है।

✍️ निदेशक (HR) का प्रेरक संदेश

इस अवसर पर ईसीएल के निदेशक (मानव संसाधन) श्री गुञ्जन कुमार सिन्हा ने कहा –
“भाषा और चित्रकला का रिश्ता बहुत गहरा है। चित्रकला भाषा का ही एक स्वरूप है, जो विचारों और भावनाओं को संप्रेषित करने का सबसे प्राचीन माध्यम रहा है।”

📜 संवैधानिक दायित्व और उत्साह

भारतीय संविधान के अनुच्छेद 351 के अनुरूप ईसीएल हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिए निरंतर प्रयासरत है। गृह मंत्रालय के दिशानिर्देशों के अनुसार सितंबर माह को पूरे उत्साह और उल्लास के साथ राजभाषा (हिंदी) माह के रूप में मनाया जा रहा है। इस क्रम में ईसीएल अपने क्षेत्र के विद्यालयों में निबंध, भाषण, पत्र लेखन और चित्रकला जैसी प्रतियोगिताएँ आयोजित कर रही है।

🏆 पुरस्कार वितरण

उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों को राजभाषा (हिंदी) माह 2025 के पुरस्कार वितरण समारोह में सम्मानित किया जाएगा।

ghanty

Leave a comment