कोलकाता : दुर्गापुर गैंगरेप को लेकर कोलकाता में सोमवार देर रात ‘रीक्लेम द नाइट अगेन’ के तहत 100 से अधिक सामाजिक कार्यकर्ताओं और नागरिकों ने प्रदर्शन किया। ये प्रदर्शन अभया मंच नामक संगठन द्वारा आयोजित किया गया, जो आर.जी.कर मेडिकल कॉलेज में हुई रेप-हत्या के बाद गठित हुआ था।
ज्यादातर महिलाओं को लेकर हुए इस प्रदर्शन में लोगों ने ‘वी शैल ओवरकम’, ‘इंतजार है’ और ‘आर कबे’ (कब खत्म होगा यह सब) जैसे गीत गाए और महिलाओं की सुरक्षा की मांग की। प्रदर्शनकारी 8बी बस स्टैंड (जादवपुर) पर इकट्ठा हुए और अपराधियों को कड़ी सजा देने की मांग की।
अभया मंच की वुमन-ट्रांस-क्वियर यूनाइटेड विंग की प्रवक्ता और लेखिका शताब्दी दास ने कहा हमने अगस्त में आरजी कर की बहन के लिए न्याय की मांग की थी, लेकिन कुछ नहीं बदला। महिलाएं अब भी असुरक्षित हैं- चाहे मेडिकल कॉलेज के अंदर हों या बाहर। प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की उस टिप्पणी की भी आलोचना की, जिसमें उन्होंने महिला छात्रों को रात में बाहर न निकलने की सलाह दी थी। उन्होंने नाराजगी जताई कि ममता बनर्जी ने अब तक पीड़िता या उसके परिवार से अस्पताल में मुलाकात क्यों नहीं की।

कलकत्ता हाईकोर्ट ने भाजपा को प्रदर्शन के दिए निर्देश
इसी बीच कलकत्ता हाईकोर्ट ने दुर्गापुर पुलिस को निर्देश दिया कि वे आसनसोल-दुर्गापुर डेवलपमेंट अथॉरिटी के कार्यालय के सामने भाजपा को प्रदर्शन की अनुमति दें। भाजपा की ओर से याचिका दायर कर 6 बजे सुबह से 6 बजे शाम तक, 19 अक्तूबर तक रोज प्रदर्शन की अनुमति मांगी गई थी।
याचिकाकर्ता ने बताया कि संबंधित विभागों ने प्रदर्शन के लिए अनापत्ति प्रमाणपत्र दे दिया है, लेकिन पुलिस की तरफ से अब तक अनुमति नहीं दी गई थी। इस पर न्यायमूर्ति शंपा दत्त (पॉल) ने पुलिस को निर्देश दिया कि जैसे ही याचिकाकर्ता NOC की कॉपी दुर्गापुर थाना प्रभारी को सौंपे, उसके बाद पुलिस तय प्रक्रिया के अनुसार कार्यवाही करे। वहीं, दूसरी ओर, हाईकोर्ट ने निजी मेडिकल कॉलेज में अनाधिकृत प्रवेश या बगैर अनुमति के प्रवेश पर भी पाबंदी लगा दी है।