[metaslider id="6053"]

दुर्गापुर में बस से फूटा भाषा विवाद: ‘जय श्री राम’ पर चिपका दिया कागज़

दुर्गापुर। पश्चिम बर्धमान ज़िले के दुर्गापुर में मंगलवार सुबह अचानक भाषा विवाद भड़क उठा। प्रांतिका-दुर्गापुर रूट की एक निजी बस के आगे के शीशे पर बड़े अक्षरों में हिंदी में लिखा गया “जय श्री राम” कुछ बांग्ला समर्थक युवकों को नागवार गुज़रा। उन्होंने नारे के ऊपर सफेद कागज़ चिपका दिया। इस पर इलाके में माहौल गर्मा गया और बांग्ला बनाम हिंदी बहस छिड़ गई।

बस चालक प्रबीर कुंडू, जो पिछले 25 साल से इसी रूट पर बस चला रहे हैं, ने कहा—
“मैंने कभी ऐसा नहीं देखा। उन्होंने कहा कि पहले बंगाली भाषा में लिखा जाए, फिर बाकी भाषाओं में। मुझे आपत्ति नहीं है, लेकिन इतने सालों में पहली बार इस तरह का विवाद हुआ।”

बंगाली समर्थक पक्ष के सदस्य चंचल बनिक का कहना है—
“हमारे आंदोलन का मकसद किसी नारे का विरोध करना नहीं है। हम केवल चाहते हैं कि बंगाल में पहली प्राथमिकता बांग्ला भाषा को मिले। उसके बाद कोई भी चाहे हिंदी, अंग्रेज़ी या उर्दू लिखे, कोई दिक्कत नहीं है।”

स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, घटना के बाद बस अड्डे पर यात्रियों के बीच भी हलचल मच गई। कुछ यात्रियों ने नाराज़गी जताई कि धार्मिक नारे को विवादित बनाना सही नहीं है। वहीं, बांग्ला समर्थकों ने साफ कहा कि उनका विरोध नारे से नहीं, बल्कि भाषा की प्राथमिकता को लेकर है।

🔹 राजनीतिक रंग भी चढ़ने लगा
स्थानीय स्तर पर यह मामला अब राजनीतिक रंग भी ले सकता है। विपक्षी दल इसे सांप्रदायिक ध्रुवीकरण से जोड़ सकते हैं, जबकि बांग्ला समर्थक संगठनों ने पहले ही चेतावनी दे दी है कि “बंगाल में बांग्ला को सर्वोच्च स्थान मिलना चाहिए।”

ghanty

Leave a comment