आसनसोल के एआईएमआईएम समर्थक और जागरूक मतदाता दानिश अज़ीज़ ने एक विवादित बयान देकर राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। उन्होंने एक्स हैंडल (पूर्व ट्विटर) पर तृणमूल कांग्रेस सांसद शत्रुघ्न सिन्हा की राजनीतिक पहचान पर सवाल उठाते हुए व्यंग्य में कहा,
“हम तो भूल ही गए कि बीजेपी और तृणमूल एक ही हैं, इसलिए हम इसे BJMUL कहते हैं।”

दानिश अज़ीज़ के बयान की पृष्ठभूमि
दानिश अज़ीज़ ने यह टिप्पणी तब की जब शत्रुघ्न सिन्हा ने हाल ही में एक साक्षात्कार में यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) का समर्थन किया था। सिन्हा ने कहा था,
“देश में समान नागरिक संहिता लागू होना चाहिए ताकि कानून सबके लिए एक समान हो।”
उनके इस बयान के बाद कई राजनीतिक और सामाजिक समूहों में नाराजगी देखी गई। विपक्षी दलों ने इसे भाजपा की विचारधारा का समर्थन बताते हुए तृणमूल कांग्रेस की धर्मनिरपेक्ष छवि पर सवाल खड़े किए।

राजनीतिक विवाद का केंद्र
शत्रुघ्न सिन्हा के इस बयान के बाद तृणमूल कांग्रेस के कई नेताओं ने भी सफाई दी कि यह उनकी पार्टी की आधिकारिक राय नहीं है। लेकिन दानिश अज़ीज़ जैसे स्थानीय मतदाताओं ने इसे राजनीतिक पाखंड करार दिया।
दानिश ने अपने पोस्ट में कहा,
“शत्रुघ्न सिन्हा जिस तरह भाजपा की नीतियों का समर्थन कर रहे हैं, उससे यह साफ नहीं हो रहा कि वे तृणमूल कांग्रेस के नेता हैं या भाजपा के प्रवक्ता।”

सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
दानिश अज़ीज़ के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर बवाल मच गया। कुछ लोगों ने उनकी टिप्पणी को सटीक करार दिया, जबकि कई ने इसे अनावश्यक विवाद बताया।
क्या है स्थानीय जनता की नाराजगी?

आसनसोल के मतदाताओं का आरोप है कि शत्रुघ्न सिन्हा स्थानीय विकास कार्यों में रुचि नहीं दिखाते।
एक स्थानीय निवासी ने कहा,
“हमारे इलाके में सड़कों की हालत खराब है, पानी की समस्या बनी हुई है, लेकिन हमारे सांसद सिर्फ दिल्ली की राजनीति में व्यस्त हैं।”
क्या होगा तृणमूल कांग्रेस का रुख?
तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के लिए यह स्थिति चुनौतीपूर्ण है। शत्रुघ्न सिन्हा की बयानबाजी पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी कर रही है।