शिल्पांचल में फिर एक्टिव हुआ कोल सिंडिकेट, CISF की कार्रवाई से खुलासा, हड़कंप

single balaji

👉 चौरंगी के बाद जामुड़िया के दुर्माडांगा से अवैध कोयला लदी ट्रैक्टर-ट्रॉली जब्त

आसनसोल : शिल्पांचल में कोयला तस्करी धड़ल्ले से जारी है। बंगाल-झारखंड बॉर्डर में कोल सिंडिकेट एक बार एक्टिव हो गई है। इसका खुलासा जामुड़िया में CISF की कार्रवाई के बाद फिर एक बार हुआ है। जामुड़िया में कोयला तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए ट्रैक्टर-ट्रॉली जब्त की गई है। इसके पहले चौरंगी में बड़े पैमाने पर स्टॉक किया गया चोरी का कोयला जब्त किया गया था।

बता दें कि पिछले महीने केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने पश्चिम बंगाल और झारखंड में कोयला और बालू माफियाओं के 44 ठिकानों पर दो दिनों तक एक साथ बड़े पैमाने पर छापेमारी की थी। शिल्पांचल में एक दर्जन से अधिक ठिकानों पर कार्रवाई की गई थी। सर्च ऑपरेशन में 14 करोड़ रुपए से अधिक नकदी, 6 करोड़ से अधिक के गोल्ड ज्वेलरी, डिजिटल डिवाइस, लैंड डीड सहित कई दस्तावेज बरामद हुए थे। इस ऑपरेशन में कोल सिंडिकेट के सरगना केके-एलबी नेक्सस का खुलासा हुआ था। ईडी ने खुलासा किया था कि पूरा गोरखधंधा लोकल अथॉरिटी के संरक्षण में ऑपरेट किया जा रहा था।

यह बताना जरूरी है कि शिल्पांचल में सिंडिकेट बनाकर संगठित रूप से कोयला तस्करी को अंजाम दिया जा रहा है। ईसीएल की कोलियरी-ओसीपी को सॉफ्ट टार्गेट बनाया गया है। अवैध खनन किए जा रहे हैं। सरकारी कर्मियों के एक बड़े वर्ग की मिलीभगत से इसे अंजाम दिया जा रहा है। ईडी की रेड की जद में कोल सिंडिकेट के कृष्ण मुरारी कयाल उर्फ बिल्लू उर्फ केके, लोकेश सिंह, शशि यादव, नारायण नंदा उर्फ नरेन खड़का, परवेज सिद्दीकी, युधिष्ठिर घोष, लाल बहादुर सिंह उर्फ एलबी सिंह, कुंभनाथ सिंह, अरविंद सिंह, नरेश गोयल सहित अन्य आ चुके हैं। हाल ही में दो बड़ी कंपनियों क्रमशः गोदावरी और डेको के परिसरों में भी ईडी ने तलाशी ली थी। फिलहाल पूरी जांच जारी है।

इन सबके बीच CISF की ओर से धीर गति से ही सही परंतु कार्रवाई शुरू की गई है। पहले कुल्टी थाना अंतर्गत चौरंगी हाईवे स्थित पूजा होटल परिसर से 580 एमटी कोयला जब्त किया गया। अब जामुड़िया थाना क्षेत्र अंतर्गत दोमानी गांव (दुर्माडांगा) में कोयला तस्करी के खिलाफ सुरक्षा एजेंसी ने संयुक्त रूप से बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। 17 दिसंबर (बुधवार) की रात करीब 23:35 बजे शिवपुर मंदिर के समीप एक ट्रैक्टर-ट्रॉली को रोका गया, जिसमें लगभग 4.000 मीट्रिक टन अवैध कोयला लदा हुआ पाया गया। यह कार्रवाई CISF टीम द्वारा की गई। मौके पर ही ट्रैक्टर-ट्रॉली को जब्त कर लिया गया। हालांकि, किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। अंधेरे का लाभ उठाकर वाहन चालक भागने में कामयाब रहा। जब्त किए गए ट्रैक्टर-ट्रॉली को आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए जामुड़िया थाना ले जाया गया, जहां संबंधित धाराओं के तहत आवश्यक प्रक्रिया पूरी की गई।

WhatsApp Image 2025 12 18 at 17.25.52

इधर, सूत्रों का दावा है कि कोल सिंडिकेट एक बार फिर से सक्रिय हो गई है। खुलेआम इस गोरखधंधे को अंजाम दिया जा रहा है। कुल्टी, रानीगंज, जामुड़िया, बाराबनी और पांडवेश्वर को हार्डकोर जोन बना दिया गया है। अवैध डिपो बनाकर कोयले का स्टॉक जमा किया जा रहा है, जिसे रात के अंधेरे में पास कराया जा रहा है। हाईवे पर गुर्गे मुस्तैद रहते हैं। कोलियरी और ओसीपी को दिनदहाड़े निशाना बनाया जा रहा है। रानीगंज की सड़कों पर दिन में ही सुबह के 11 बजे तक साइकिलों और वैन पर खुलेआम भारी मात्रा में कोयला लादकर ले जाने का दृश्य आम हो चुका है। सड़कों पर ट्रैफिक पुलिस की मौजूदगी की बीच नारायणकुड़ी और एगरा ओसीपी से धड़ल्ले से कोयला चोरी कर बीच सड़क से डिपो तक ले जाया जाता है। ठीक ऐसी ही स्थिति शिल्पांचल के अन्य थाना क्षेत्रों में भी बन गई है। सिंडिकेट के गुर्गों द्वारा डीओ होल्डरों को डरा-धमका कर रंगदारी वसूली जा रही है। वाहन मालिकों से भी खर्चा वसूला जा रहा है। कुल मिलाकर सिंडिकेट फिर एक बार अपने पुरानी रंगत में लौट चुका है।

ghanty

Leave a comment