👉 ED की रेड में बंगाल से मिले नकदी-जेवरात, शिल्पांचल के नये सिंडिकेट तक पहुंची जांच
कोलकाता (प्रेम शंकर चौबे) : कोयला तस्करी और अवैध कोयला खनन के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसी (ED) ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई की है। पश्चिम बंगाल और झारखंड में कोयला माफियाओं के खिलाफ ईडी का एक्शन जारी है। प्रवर्तन निदेशालय ने कोयला माफिया के खिलाफ 40 से अधिक स्थानों पर एक साथ छापेमारी की है।
अधिकारियों के अनुसार, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर, रानीगंज, पुरुलिया, हावड़ा और कोलकाता जिलों में 24 परिसरों में अवैध कोयला खनन, अवैध परिवहन और कोयले के अवैध भंडारण मामले के संबंध में तलाशी ले रहा है।
शुरुआती जानकारी के अनुसार, नारायण नंदा उर्फ नारायण खड़का उर्फ नरेंद्र खरका, अनिल गोयल, युधिष्ठिर घोष, कृष्ण मुरारी कयाल और अन्य के ठिकानों पर शुक्रवार सुबह से ED की छापेमारी चल रही है। बंगाल में रेड के दौरान भारी मात्रा में कैश एवं जेवरात बरामद हुए हैं।
बंगाल में 24 और झारखंड में 18 जगहों पर ED की छापेमारी
प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी झारखंड में 18 जगहों पर सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं। ये छापामारी कोयला चोरी और स्मगलिंग के कई बड़े मामलों से जुड़े हैं, जिसमें अनिल गोयल, संजय उद्योग, लालबाबू सिह उर्फ एलबी सिंह और अमर मंडल के मामले शामिल हैं।

दावा है कि बंगाल-झारखंड के माफियाओं ने मिलकर सरकार सरकार को हजारों करोड़ का भारी फाइनेंशियल नुकसान पहुंचाया है।
धनबाद में ईडी की टीम को रोकने के लिए माफिया ने छोड़े पालतू कुत्ते
ईडी की टीम ने तड़के सुबह कोल कारोबारी एल.बी. सिंह और उनके भाई कुम्भनाथ सिंह के आवास और उनसे जुड़े प्रतिष्ठानों पर एकसाथ छापेमारी शुरू की। जानकारी के अनुसार, ईडी की टीम ने धनबाद में देव विला पहुंचे तो छापेमारी के दौरान एक नाटकीय घटनाक्रम देखने को मिला. ईडी के अधिकारियों को घर में प्रवेश करने से रोकने के लिए, कोल कारोबारी एल.बी. सिंह ने अपने पालतू कुत्तों को छोड़ दिया. कुत्ते परिसर में घूम रहे हैं और ईडी अफसरों को घर में घुसने से रोके हुए हैं, जबकि एल.बी. सिंह घर के अंदर से बाहर नहीं निकल रहे है. खूब हंगामा चल रहा है. यह घटना ईडी की कार्रवाई में बाधा डालने के प्रयास को दर्शाती है. गौरतलब है कि करीब दस साल पहले भी बीसीसीएल में टेंडर अनियमितता और भ्रष्टाचार के आरोप में सीबीआई और ईडी ने एल.बी. सिंह के खिलाफ तलाशी अभियान चलाया था। उस समय केंद्रीय जांच दल पर गोली और बम चलाने का भी आरोप एल.बी. सिंह पर लगा था।
शिल्पांचल के नये सिंडिकेट मेंबर भी आए रेड के लपेटे में
ईडी की इस रेड में शिल्पांचल में कोयला और बालू तस्करी के सिंडिकेट से जुड़ा अहम सदस्य भी लपेटे में आ गया है। बता दें कि जिस कृष्ण मोहन कयाल के ठिकानों पर ईडी की रेड चल रही है, वह नये सिंडिकेट का अहम चेहरा बताया जाता है। मूल रूप से रानीगंज के तारबांग्ला का निवासी कयाल अवैध कोयला उद्योग में केके नाम से फेमस है। वह काफी वर्षों से कोल कारोबार में एक्टिव है। बंगाल के कई जिलों में उसका लंबा-चौड़ा कारोबार फैल हुआ है।

बता दें कि शिल्पांचल में कोयला-बालू की खुली लूट के लिए लोकेश सिंह, पप्पू सिंह, कृष्णा कयाल, शशि यादव, गोष्ठो, संजय, सोदू, आलोक, लटुआ, बिबेक, झंटू ने मिलकर नया सिंडिकेट बनाया है। आरोप है कि इस सिंडिकेट को खाकी-खादी का पूर्ण संरक्षण मिला हुआ है। वहीं, पुराने सिंडिकेट के अहम सदस्य रहे नारायण नंदा उर्फ नरेंद्र खड़का भी ईडी जांच के केंद्र में हैं। हालांकि, नारायण खड़का के ठिकानों पर 2023 में भी ईडी ने जांच अभियान चलाया था।












