नई दिल्ली, —
जहां देश की सीमाओं की सुरक्षा के लिए CISF जवान दिन-रात चौकसी में लगे हैं, वहीं अब उनकी मानसिक सुरक्षा की जिम्मेदारी भी ‘प्रोजेक्ट मन’ ने संभाल ली है। नवंबर 2024 में CISF और आदित्य बिड़ला एजुकेशन ट्रस्ट (ABET) की साझेदारी से शुरू हुआ यह अनूठा मिशन अब तक 75,000 से ज्यादा जवानों और उनके परिवारों तक मानसिक स्वास्थ्य सहायता पहुँचा चुका है।
क्या है ‘प्रोजेक्ट मन’?
यह एक समग्र मानसिक स्वास्थ्य पहल है जिसमें 24×7 काउंसलिंग, मानसिक मूल्यांकन, सहकर्मी सहायता और प्रशिक्षित अधिकारियों द्वारा इंटरवेंशन की व्यवस्था की गई है। इसका उद्देश्य है — तनाव, अवसाद, वैवाहिक संकट और वित्तीय चिंता जैसे मुद्दों को समय रहते पहचानकर जवानों को मजबूत बनाना।
🧩 प्रोजेक्ट की उपलब्धियां:
- 75,181 जवान और उनके परिवार लाभान्वित
- 1,726 अधिकारियों को किया गया प्रशिक्षित
- 31,000 जवानों का मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन
- 40% आत्महत्या की घटनाओं में कमी
- IGI एयरपोर्ट, संसद भवन और दिल्ली मेट्रो में तैनात संवेदनशील यूनिट्स को प्राथमिकता
👉 CISF DG आर.एस. भट्टी (IPS) ने कहा:
“हमारे जवानों का मानसिक स्वास्थ्य उतना ही जरूरी है जितना उनकी शारीरिक फिटनेस। प्रोजेक्ट मन ने हमारी आंतरिक सहायता प्रणाली को सशक्त किया है।”
👉 नीरजा बिड़ला, संस्थापक, एमपावर:
“मानसिक स्वास्थ्य जब संस्थागत स्तर पर प्राथमिकता बनता है, तो बदलाव दिखता है। सीआईएसएफ ने यह कर दिखाया।”
📢 निष्कर्ष:
CISF का ‘प्रोजेक्ट मन’ एक प्रेरणादायक उदाहरण है कि जब संस्था और संवेदनशीलता साथ चलें, तो कैसे हजारों जीवन बदले जा सकते हैं। आने वाले समय में उम्मीद की जा रही है कि अन्य अर्धसैनिक बल और राज्य पुलिस बल भी इस मॉडल को अपनाएँगे।












