👉 गुणवत्ता और मुनाफा सुधारने की चुनौती, अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश
आसनसोल : कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) के चेयरमैन बी. साईराम ने पदभार ग्रहण करने के अगले ही दिन ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (ECL) के प्रमुख परिचालन क्षेत्रों का विस्तृत क्षेत्रीय दौरा किया। इस दौरे का उद्देश्य खनन कार्यों, पुनर्वास पहलों, हितधारकों के साथ संवाद, जमीनी चुनौतियों तथा कार्यबल के साथ बातचीत की समीक्षा करना था। सीआईएल के कार्यकारी निदेशक (उत्पादन) आनंद भी मौजूद रहे। इस दौरे से ईसीएल के कोयला उत्पादन, प्रेषण दक्षता, गुणवत्ता प्रबंधन प्रणालियों तथा पुनर्वास पहलों का व्यापक जमीनी आंकलन संभव हो सका। ईसीएल प्रबंधन ने उत्पादन लक्ष्यों की प्राप्ति, उच्च गुणवत्ता वाले कोयले की आपूर्ति सुनिश्चित करने तथा जिम्मेदार एवं सतत खनन प्रथाओं को आगे बढ़ाने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
चेयरमैन ने अपने दौरे की शुरुआत सोनेपुर बाजारी परियोजना के निरीक्षण से की। सोनेपुर बाजारी व्यू प्वाइंट पर उनका गर्मजोशी से स्वागत ईसीएल के सीएमडी सतीश झा, ईसीएल के निदेशक (वित्त) मो. अंजार आलम, निदेशक (तकनीकी/संचालन) नीलाद्री रॉय तथा निदेशक (तकनीकी/परियोजना एवं योजना) गिरीश गोपीनाथन नायर, कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा किया गया।
बता दें कि कोल इंडिया के नए चेयरमैन के सामने कई बड़ी चुनौतियां हैं। मौजूदा समय में कंपनी को सबसे अधिक समस्या कोयले की गुणवत्ता को लेकर झेलनी पड़ रही है। वहीं, ताप विद्युत संयंत्रों द्वारा कोयले की मांग में आई कमी ने भी चिंता बढ़ा दी है।
इसके अलावा, हाल के वर्षों में कंपनी के मुनाफे में आई गिरावट को संभालना और परिचालन दक्षता बढ़ाना भी बड़ी चुनौती होगी। वहीं, कोयला तस्करी पर लगाम कसना भी मुख्य चुनौतियों में से एक है। ऐसे में बी साईराम से यह उम्मीद की जा रही है कि अपने लंबे अनुभव और तकनीकी समझ के बल पर वह कोल इंडिया को गुणवत्ता, उत्पादन और लाभप्रदता के मोर्चे पर फिर से मजबूती से पटरी पर लाने में सफल होंगे।
🚨चेयरमैन ने सोनेपुर बाजारी क्षेत्र में स्थित पुनर्वास स्थल का दौरा किया, जहां उन्होंने स्थानीय समुदाय के सदस्यों से संवाद किया। इसके बाद उन्होंने केंदा क्षेत्र की न्यू केंदा ओपन कास्ट परियोजना तथा कुनुस्तोड़िया क्षेत्र की नॉर्थ सियारसोल ओसीपी व नारायणकुड़ी ओसीपी और बांकोला क्षेत्र के अंतर्गत नाकराकोंदा कुमारीडीह ‘बी’ ओसीपी का निरीक्षण किया। चेयरमैन ने कॉरपोरेट जॉइंट कंसल्टेटिव कमेटी (जेसीसी) के सदस्यों के साथ संवाद किया और कर्मचारी प्रतिनिधियों के साथ रचनात्मक सहभागिता के महत्व को दोहराया। जेसीसी बैठक में ट्रेड यूनियनों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। इसके बाद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी क्षेत्रीय महाप्रबंधकों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसमें विभिन्न परिचालन क्षेत्रों के प्रदर्शन का आंकलन किया गया और प्रमुख मुद्दों पर विचार-विमर्श हुआ।
कौन हैं CIL के नए चेयरमैन बी साईराम?
कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) के नए चेयरमैन बी साईराम इससे पहले नार्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (NCL) के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक (सीएमडी) के पद पर कार्यरत थे। उन्हें कोयला क्षेत्र में 34 वर्षों से अधिक का व्यापक अनुभव है। उन्होंने खदान संचालन, योजना, लॉजिस्टिक्स और नियामक प्रक्रियाओं जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में विभिन्न जिम्मेदारियां निभाई हैं। 26 अक्टूबर 2022 को उन्होंने सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (CCL), रांची में निदेशक (तकनीकी-योजना एवं परियोजना) का पदभार संभाला था। इससे पहले वह कोल इंडिया लिमिटेड के मुख्यालय में कार्यकारी निदेशक के रूप में भी सेवाएं दे चुके हैं।

शैक्षणिक पृष्ठभूमि की बात करें तो बी साईराम एनआईटी रायपुर (NIT Raipur) से स्नातक खनन अभियंता हैं। इसके साथ ही उन्होंने ऊर्जा प्रबंधन में पीजीडीएम की डिग्री भी प्राप्त की है, जो मौजूदा ऊर्जा संक्रमण और कोयला क्षेत्र की बदलती चुनौतियों के बीच उनके अनुभव को और प्रासंगिक बनाती है। उनका कार्यकाल 31 मार्च, 2028 तक है।











