सीबीआई ने 2200 करोड़ रुपये के ऑनलाइन ट्रेडिंग घोटाले के मुख्य आरोपी गोपाल पाल को पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी से गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी असम में एजेआरएस मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े एक विशेष मामले की जांच के तहत की गई है।
92 जगहों पर छापेमारी से मिली अहम कड़ियां
सीबीआई ने असम सरकार की सिफारिश के बाद इस घोटाले से जुड़े 41 मामलों की जांच अपने हाथों में ली। इसके लिए सीबीआई ने पांच राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 92 जगहों पर छापेमारी की। इस दौरान 24 मोबाइल फोन, 18 डेस्कटॉप, 11 लैपटॉप, 7 हार्ड ड्राइव और कई अहम दस्तावेज जब्त किए गए।
जाल में फंसे हजारों निवेशक
सीबीआई को इस छापेमारी के दौरान एक महत्वपूर्ण डेटाबेस भी मिला है, जिसमें उन निवेशकों की जानकारी है जो इन अवैध जमा योजनाओं के झांसे में फंस गए थे। इन योजनाओं के जरिए जनता से करोड़ों रुपये ठगे गए।
मुख्य आरोपी था फरार
गोपाल पाल, जो पहले से फरार था, को सीबीआई ने एक गुप्त ठिकाने से गिरफ्तार किया। आरोपी को सिलीगुड़ी में एक विशेष छापेमारी के दौरान पकड़ा गया। गिरफ्तारी के बाद पाल को विशेष न्यायाधीश (सीबीआई मामलों) के समक्ष पेश किया गया, जहां से उसे सीबीआई की कस्टडी में भेज दिया गया।
असम पुलिस ने पहले की थी जांच
इस मामले की शुरुआत असम पुलिस ने की थी, जिसमें कुछ अन्य आरोपी पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं। लेकिन गोपाल पाल गिरफ्तारी से बचता रहा और फरार हो गया। अब सीबीआई की गहन पूछताछ में घोटाले के अन्य राज खुलने की उम्मीद है।