कोलकाता के आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर के साथ हुए बलात्कार और हत्या के विरोध प्रदर्शनों के बीच तृणमूल कांग्रेस की चुनावी संभावनाओं के लिए 13 नवंबर को होने वाले छह विधानसभा सीटों के उपचुनाव एक महत्वपूर्ण परीक्षा साबित होने वाले हैं।
इन चुनावों में विपक्ष को कितनी चुनौती मिलेगी, यह देखना बाकी है, क्योंकि ज्यादातर सीटें ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में स्थित हैं, जहां विरोध प्रदर्शन का ज्यादा असर पड़ने की संभावना नहीं है। एक हिस्सा तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने डॉक्टरों के खिलाफ चुनावी जंग का बिगुल बजा दिया है।
जो छह विधानसभा सीटों पर चुनाव हो रहा है, उनमें नैहाटी, हारोआ, मेदिनीपुर, तालडांगर, सिताई (एससी) दक्षिण बंगाल में और मादारीहाट (एसटी) उत्तर बंगाल में शामिल हैं। इन सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं क्योंकि यहां के विधायक 2024 लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद बन गए हैं। इन छह सीटों में से पांच पर तृणमूल कांग्रेस का कब्जा था।
नैहाटी से पार्थ भौमिक बैरकपुर से सांसद बने, हारोआ से एस.के. नूरुल इस्लाम ने बशीरहाट लोकसभा सीट जीती, मेदिनीपुर से जून मालिया, तालडांगर से अरूप चक्रवर्ती और सिताई से जगदीश चंद्र बसुनिया भी लोकसभा सांसद बने। वहीं, बीजेपी के मनोज टिग्गा मादारीहाट से जीते और अलीपुरद्वार लोकसभा सीट पर कब्जा किया।