बर्नपुर : बर्नपुर स्थित सेल आईएसपी (IISCO Steel Plant) गेट के सामने सोमवार को आदिवासी समाज की ओर से जोरदार विरोध-प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन स्थल पर भारी संख्या में आदिवासी पुरुष और महिलाएँ पहुँचीं और अपने अधिकारों की मांग को लेकर नारेबाज़ी करते रहे।
⭐ “प्लांट आधुनिकीकरण में हमारी जमीन ली गई, लेकिन रोजगार नहीं मिला”— हीरालाल सोरेन
आदिवासी समाज के प्रमुख नेता हीरालाल सोरेन ने कहा कि
“जब I.S.P. का मॉडर्नाइजेशन किया गया था, उस समय 50% जमीन आदिवासियों की थी, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि आज तक आदिवासियों को उनका हक नहीं मिला। जमीन लेने के बाद भी रोजगार दूसरों को दिया गया।”
उन्होंने आरोप लगाया कि
- जमीन अधिग्रहण का वादा अभी तक पूरा नहीं हुआ
- आदिवासी परिवार आज भी आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं
- नई भर्तियों में स्थानीय आदिवासी युवाओं को प्राथमिकता नहीं दी जा रही
⭐ फिर शुरू हुआ मॉडर्नाइजेशन—आदिवासी समाज फिर चिंतित
हीरालाल सोरेन ने कहा कि प्लांट में एक बार फिर नए मॉडर्नाइजेशन और जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।
उन्होंने कहा—
“अगर हमारी जमीन ली जाएगी, तो उसके बदले हमें रोजगार मिलना ही चाहिए। यह हमारा हक है, दया नहीं।”
⭐ “लड़ाई खत्म नहीं होगी, आंदोलन जारी रहेगा”
प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि
- जब तक रोजगार की गारंटी नहीं दी जाती,
- स्थानीय आदिवासी युवाओं को नियुक्ति नहीं मिलती,
- पुनर्वास और मुआवजा स्पष्ट नहीं होता,
आंदोलन और तेज किया जाएगा।
कई संगठनों ने भी इस आंदोलन का समर्थन किया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह लड़ाई केवल रोजगार की नहीं, बल्कि सम्मान और अस्तित्व की है।
⭐ पुलिस की मौजूदगी, लेकिन माहौल शांत
विरोध को देखते हुए पुलिस बल तैनात किया गया था, हालांकि पूरी स्थिति शांतिपूर्ण रही।
प्लांट प्रबंधन की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।












