बर्नपुर, आसनसोल – इस्को स्टील प्लांट में 1936 से खड़े विरासत कूलिंग टावर अब इतिहास बनने जा रहे हैं। प्लांट प्रशासन ने जानकारी दी है कि 6 अप्रैल 2025 को इन टावरों को ध्वस्त कर दिया जाएगा और उनकी जगह पर नई तकनीक से युक्त आधुनिक कूलिंग टावर बनाए जाएंगे।
यह ध्वस्तीकरण केवल एक संरचना को गिराने की प्रक्रिया नहीं है, बल्कि एक युग के अंत और नए युग की शुरुआत का प्रतीक भी है।
🔍 आधुनिकीकरण के तहत बड़ा कदम
इस्को स्टील प्लांट का तेजी से आधुनिकीकरण हो रहा है। पुराने कूलिंग टावर अब तकनीकी रूप से पिछड़े हो चुके हैं और अत्याधुनिक स्टील प्रोडक्शन तकनीकों के साथ मेल नहीं खाते।
प्लांट के प्रवक्ता के अनुसार,
“नवीनतम तकनीक और पर्यावरणीय आवश्यकताओं के तहत नए टावरों का निर्माण किया जाएगा जो अधिक ऊर्जा दक्ष और सुरक्षित होंगे।”
🏗️ विशेषज्ञों की देखरेख में होगा विस्फोट
ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया विशेषज्ञ इंजीनियरों और संरचनात्मक सुरक्षा विशेषज्ञों की निगरानी में होगी। विस्फोट नियंत्रित (Controlled Demolition) तकनीक से इन टावरों को गिराया जाएगा ताकि आस-पास की संरचनाओं को कोई नुकसान न पहुंचे।
इस कार्य में प्रेसर चार्जिंग, टाइमिंग और सुरक्षा ज़ोन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। प्लांट के कर्मचारियों और स्थानीय निवासियों के लिए सुरक्षा गाइडलाइन भी जारी की जाएगी।
🔄 नए युग के प्रतीक होंगे आधुनिक टावर
नए कूलिंग टावर न केवल पर्यावरण अनुकूल होंगे, बल्कि ऊर्जा की खपत को भी कम करेंगे। इनमें लगे सेंसर आधारित तापमान नियंत्रण और IoT मॉनिटरिंग सिस्टम से उत्पादन में सुधार होगा और मेंटेनेंस कॉस्ट भी घटेगी।












