जमुरिया, आसनसोल:
शुक्रवार देर शाम जमुरिया थाना क्षेत्र के बगड़िया घाट पर उस समय हड़कंप मच गया जब वीरभूम से आ रही एक नाव अजय नदी के तेज बहाव में फंस गई। नाव में सवार 12 मजदूरों की जान जोखिम में पड़ गई, लेकिन स्थानीय ग्रामीणों और पुलिस की सतर्कता से सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। यह नाव जमुरिया के श्यामशेल कारखाने में काम करने वाले मजदूरों को ला रही थी।
🚨 हादसे से पहले अटकी नाव, पत्थरों ने बचाई जान
सूत्रों के अनुसार, हादसा शाम करीब 8 बजे हुआ, जब तेज बारिश के कारण नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया। नाव का संतुलन बिगड़ गया और वह मझधार में फंसकर डूबने की कगार पर पहुंच गई। सौभाग्यवश, नाव झाड़ियों और पत्थरों के बीच अटक गई जिससे एक बड़ा हादसा टल गया।
🚓 पुलिस और ग्रामीणों ने चलाया रेस्क्यू ऑपरेशन
घटना की सूचना मिलते ही जमुरिया थाना प्रभारी सोमनाथ सिंह ठाकुर मौके पर पहुंचे। स्थानीय लोगों के साथ मिलकर लगभग डेढ़ घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सभी यात्रियों को सुरक्षित निकाला गया। पुलिस की मुस्तैदी और ग्रामीणों की तत्परता ने 12 परिवारों को उजड़ने से बचा लिया।
📢 “हमें पुल चाहिए!” — स्थानीय लोगों की मांग
इस घटना के बाद इलाके के बगड़िया घाट पर सैकड़ों की भीड़ उमड़ पड़ी। लोगों ने स्थायी पुल निर्माण की जोरदार मांग की। ग्रामीणों का कहना है कि रोजाना नाव से सफर करने वालों की जान जोखिम में रहती है। एक स्थायी पुल निर्माण से न केवल हादसे टल सकते हैं, बल्कि जनजीवन और रोजगार भी सुरक्षित रहेगा।
✅ प्रशासन पर उठे सवाल
स्थानीय लोगों का आरोप है कि हर साल बारिश में ऐसी घटनाएं होती हैं, लेकिन अब तक किसी ने पुल निर्माण की दिशा में ठोस कदम नहीं उठाया है। अब मांग की जा रही है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और आसनसोल के सांसद इस दिशा में पहल करें।