आसनसोल, पश्चिम बंगाल | 4 अप्रैल 2025: पश्चिम बंगाल में सुप्रीम कोर्ट द्वारा 26,000 शिक्षकों की नियुक्ति रद्द किए जाने के बाद राजनीतिक बवाल चरम पर पहुंच गया है। इस फैसले के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी ने शुक्रवार को आसनसोल के डीआई कार्यालय का घेराव कर तृणमूल कांग्रेस सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन का नेतृत्व भाजपा के स्थानीय और ज़िला नेताओं ने किया, जहां सैकड़ों कार्यकर्ता गोरई रोड स्थित सुकांतो मैदान के पास एकत्र हुए। भाजपा कार्यकर्ताओं ने “ममता सरकार इस्तीफा दो” जैसे नारों के साथ मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की और कहा कि यह फैसला सरकार की नाकामी और भ्रष्टाचार की पोल खोलता है।

भ्रष्टाचार के खिलाफ ललकार: भाजपा ने उठाई सख्त कार्रवाई की मांग
भाजपा नेताओं का कहना है कि शिक्षकों की नियुक्ति में फर्जीवाड़ा और घोटाले की बू है, जिससे हज़ारों योग्य उम्मीदवारों का भविष्य बर्बाद हुआ है। पार्टी नेताओं ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस ने पैसे लेकर नौकरी बेची, और अब जब न्यायालय ने फैसला दिया है, तो सरकार पलटी मार रही है।

प्रशासन सतर्क, फिर भी भड़की भाजपा की चिंगारी
विरोध प्रदर्शन को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। प्रशासन की सख्ती के बावजूद भाजपा कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह हंगामा और रोड जाम किया। कुछ स्थानों पर पुलिस से तीखी बहस भी हुई, लेकिन कोई बड़ी हिंसा की सूचना नहीं है।
भाजपा ने चेतावनी दी है कि अगर दोषियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई नहीं हुई और योग्य उम्मीदवारों को न्याय नहीं मिला, तो आने वाले दिनों में राज्यव्यापी आंदोलन छेड़ा जाएगा।