दुर्गापुर – बांकुड़ा के सालतोड़ा में घूमने गई युवती के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म के बाद उसे गंभीर हालत में दुर्गापुर ईएसआई अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस बीच, जब बीजेपी विधायक लक्ष्मण घड़ुई पीड़िता से मिलने अस्पताल पहुंचे, तो उन्हें रोक दिया गया, जिससे भारी हंगामा खड़ा हो गया।
🔴 अस्पताल में हाई वोल्टेज ड्रामा! विधायक बोले- ‘तृणमूल सरकार सच छिपा रही है’
बीजेपी विधायक लक्ष्मण घड़ुई का आरोप है कि तृणमूल सरकार इस मामले को दबाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा,
👉 “मेरे विधानसभा क्षेत्र की बेटी के साथ गैंगरेप हुआ और अब हमें उससे मिलने तक नहीं दिया जा रहा। क्या मुख्यमंत्री दोषियों को फांसी देंगी या यह मामला भी दबा दिया जाएगा?”

घड़ुई ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के इशारे पर सुरक्षा गार्डों ने उन्हें जबरदस्ती रोक दिया। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर न्याय नहीं मिला, तो बीजेपी पूरे दुर्गापुर को बंद कर देगी!
⚡ अस्पताल प्रशासन और बीजेपी में सीधा टकराव! पुलिस ने संभाली स्थिति
अस्पताल प्रशासन ने नियमों का हवाला देते हुए कहा कि
👉 “पुलिस या अदालत की अनुमति के बिना किसी को भी पीड़िता से मिलने की इजाजत नहीं दी जा सकती।”
इस पर बीजेपी कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने अस्पताल अधीक्षक के कार्यालय के बाहर धरना देना शुरू कर दिया, जिससे माहौल और गरमा गया।
🚨 क्या है पूरा मामला?
👉 13 फरवरी को पीड़िता अपनी ममेरी बहन और चार दोस्तों के साथ बांकुड़ा के बिहारीनाथ पहाड़ घूमने गई थी।
👉 आरोप है कि उसके ही दोस्तों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया।
👉 गंभीर हालत में उसे दुर्गापुर के ईएसआई अस्पताल में भर्ती कराया गया।
👉 बीजेपी विधायक लक्ष्मण घड़ुई पीड़िता से मिलने पहुंचे, लेकिन उन्हें अस्पताल में प्रवेश नहीं करने दिया गया।

🔥 तृणमूल ने बीजेपी पर साधा निशाना – ‘राजनीति कर रही है विपक्ष’
तृणमूल के पश्चिम बर्दवान जिलाध्यक्ष नरेंद्रनाथ चक्रवर्ती ने कहा कि
👉 “बीजेपी इस गंभीर मामले पर भी राजनीति कर रही है। अस्पताल प्रशासन के नियम हैं, लेकिन बीजेपी बेवजह हंगामा कर रही है।”
⚠️ बीजेपी की चेतावनी – ‘अगर न्याय नहीं मिला, तो बड़ा आंदोलन होगा!’

बीजेपी समर्थकों ने इस मामले को लेकर दुर्गापुर बंद की चेतावनी दी है। उनका कहना है कि
👉 “इस घटना के आरोपियों को जल्द से जल्द फांसी दी जाए, वरना हम बड़ा आंदोलन करेंगे!”
🚨 क्या यह मामला भी दबा दिया जाएगा या पीड़िता को न्याय मिलेगा? बंगाल की राजनीति में इस घटना ने बड़ा बवाल मचा दिया है!