बेंजमारी डालमिया रेलवे साइडिंग में शुक्रवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ, जहां पीएचई पाइपलाइन बिछाने के दौरान मिट्टी धंसने से तीन मजदूरों की मौत हो गई। यह घटना कार्यस्थल पर सुरक्षा मानकों की घोर लापरवाही को उजागर करती है।
घटना का विवरण
पाइप बिछाने के काम में लगे मजदूर मिट्टी खोद रहे थे, तभी अचानक मिट्टी धंसने से यह हादसा हुआ। मृतकों की पहचान रोहित सेख, रजाक सेख, और नितीश पासवान के रूप में हुई है। नितीश कुल्टी न्यू रोड का निवासी था। सभी मृतक मजदूर थे, जो रोज़गार के लिए इस खतरनाक कार्य में जुटे थे।
अस्पताल में मौत की पुष्टि
दुर्घटना के तुरंत बाद तीनों मजदूरों को आसनसोल जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतकों के परिवारों में शोक की लहर है, और प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
सुरक्षा मानकों पर सवाल
यह घटना कार्यस्थल पर सुरक्षा उपायों की घोर अनदेखी का परिणाम है। मजदूरों को बिना पर्याप्त सुरक्षा उपकरणों के काम पर लगाया गया था। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस प्रकार की दुर्घटनाएं पहले भी हुई हैं, लेकिन अधिकारियों ने कभी इस ओर ध्यान नहीं दिया।
मुआवजे और न्याय की मांग
मृतकों के परिजनों ने प्रशासन से उचित मुआवजे की मांग की है। उनका कहना है कि परिवार के कमाने वाले सदस्यों को खोने के बाद उनकी आर्थिक स्थिति बेहद खराब हो जाएगी। स्थानीय लोग भी इस हादसे को लेकर गुस्से में हैं और उन्होंने भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की मांग की है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
प्रशासन की ओर से अधिकारियों ने घटना स्थल का दौरा किया और जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में सुरक्षा नियमों की अनदेखी की बात सामने आई है। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी और मृतकों के परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।
भविष्य की सुरक्षा के लिए क्या कदम?
यह हादसा एक चेतावनी है कि कार्यस्थलों पर सुरक्षा मानकों का पालन अनिवार्य है। ठेकेदारों और अधिकारियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि मजदूरों को उचित प्रशिक्षण और सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराए जाएं।