कोलकाता: पश्चिम बंगाल में चुनावी हलचल के बीच वोटर लिस्ट में गड़बड़ी को लेकर सियासत गरमा गई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आदेश पर फर्जी मतदाताओं की जांच शुरू होते ही तृणमूल कांग्रेस (TMC) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) आमने-सामने आ गए हैं।
🔍 फर्जी वोटिंग का पर्दाफाश! EPIC नंबर पर दो-दो नाम?
तृणमूल ने दावा किया है कि राज्यभर में मतदाता सूची की जांच के दौरान एक ही EPIC नंबर पर अलग-अलग नाम दर्ज पाए गए हैं, और कई फर्जी वोटरों का खुलासा हुआ है। तृणमूल ने इसे “लोकतंत्र पर खतरा” बताते हुए बीजेपी पर चुनावी धांधली का आरोप लगाया है।

TMC नेता अशोक रुद्र ने कहा:
🗣️ “बीजेपी बंगाल में चुनाव जीतने के लिए मतदाता सूची में धांधली कर रही है। कई जगहों पर उनके कार्यकर्ताओं के नाम दो-दो जगहों पर दर्ज हैं। यह एक सुनियोजित साजिश है!”
🛑 बीजेपी का पलटवार: “भूतों के नाम भी वोटर लिस्ट में!”

बीजेपी ने तृणमूल के आरोपों को खारिज करते हुए उल्टा टीएमसी पर ही फर्जी वोटिंग करवाने का आरोप लगाया। बीजेपी नेता कृष्णदु मुखर्जी ने दावा किया कि पांडेश्वर के तृणमूल विधायक नरेंद्रनाथ चक्रवर्ती के दिवंगत पिता अरिंदम चक्रवर्ती का नाम अब भी वोटर लिस्ट में दर्ज है, जबकि उनकी मौत दो साल पहले हो चुकी है।
🗣️ “अब ममता बनर्जी खुद देख लें कि ‘भूत’ कहां छिपे हैं! क्या फर्जी वोटिंग के लिए मृतकों के नाम भी मतदाता सूची में जोड़े गए हैं?” – कृष्णदु मुखर्जी

बीजेपी ने चुनाव आयोग से पूरी वोटर लिस्ट की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है और कहा कि “टीएमसी के नेताओं के खुद के घरों में फर्जी वोटरों की भरमार है।”
⚖️ चुनाव आयोग के लिए कड़ी परीक्षा! क्या होगी कार्रवाई?

अब सवाल उठता है कि क्या चुनाव आयोग इस मामले में कड़ी कार्रवाई करेगा? या फिर यह विवाद सिर्फ राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप तक सीमित रहेगा?
TMC और BJP के इस घमासान के बीच बंगाल में चुनावी माहौल और अधिक गरमा गया है।