आलू के दाम काबू में लाने के लिए सरकार सख्त, बंगाल-झारखंड सीमा सील

आसनसोल: आलू की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। जब तक आलू की कीमतें नियंत्रित नहीं होतीं, तब तक बंगाल-झारखंड सीमा को सील कर दिया गया है। इस फैसले के कारण सीमा पर सैकड़ों ट्रक फंसे हुए हैं। इस कदम से आसनसोल क्षेत्र में परिवहन प्रणाली में भारी अस्थिरता उत्पन्न हो गई है।

सीमा सील करने का कारण:

राज्य के खाद्य विभाग के सूत्रों के अनुसार, यह कदम आलू के अवैध निर्यात को रोकने के लिए उठाया गया है। पश्चिम बंगाल के विभिन्न बाजारों में आलू की कीमतें रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच गई हैं, जो आम आदमी की पहुंच से बाहर हैं। सरकार का मानना है कि अन्य राज्यों में आलू की सप्लाई रोकने से राज्य के बाजारों में कीमतें स्थिर होंगी।

ट्रक चालकों और व्यापारियों का असंतोष:

सीमा सील होने के कारण झारखंड से आने और वहां जाने वाले ट्रक चालकों में भारी नाराजगी है। एक ट्रक चालक ने बताया, “हम घंटों से सीमा पर खड़े हैं। आलू खराब हो रहे हैं। सरकार को जल्द से जल्द इसका समाधान निकालना चाहिए।” व्यापारियों का कहना है कि इस फैसले से व्यापार ठप हो सकता है।

प्रशासन की कार्रवाई:

आसनसोल प्रशासन ने बताया कि सीमा पर अवैध तस्करी रोकने के लिए एक विशेष टीम तैनात की गई है। इसके अलावा, राज्य के बाजारों में पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए स्थानीय कोल्ड स्टोरेज के साथ बातचीत जारी है।

प्रभाव:

सीमा बंद होने से झारखंड के बाजारों में भी आलू की आपूर्ति में कमी आई है, जिससे वहां भी कीमतें बढ़ने की संभावना है। दूसरी ओर, पश्चिम बंगाल सरकार ने आसनसोल समेत राज्य के बाजारों में कीमतों को कम करने के लिए तत्काल कदम उठाने का आश्वासन दिया है।

आम जनता की प्रतिक्रिया:

एक स्थानीय निवासी ने कहा, “आलू की कीमतें आसमान छू रही हैं। हमें उम्मीद है कि सीमा बंद होने से कीमतों में थोड़ी राहत मिलेगी।” हालांकि, कुछ व्यापारियों का मानना है कि अगर यह फैसला लंबे समय तक जारी रहा तो आपूर्ति श्रृंखला पर बुरा असर पड़ सकता है।

ghanty

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