बंगाल में बड़ा पुलिस फेरबदल! चुनाव से पहले 83 अफसरों का तबादला

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पश्चिम बंगाल में 2026 विधानसभा चुनाव की आहट तेज़ होती ही राजनीतिक तापमान के साथ प्रशासनिक गतिविधियाँ भी अचानक बढ़ गई हैं। चुनाव से पहले ही राज्य में अब तक का सबसे बड़ा पुलिस विभागीय फेरबदल किया गया है, जिसने राजनीतिक हलकों में हलचल पैदा कर दी है।

गृह विभाग की आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, DSP, SDPO और ACP रैंक के 57 अधिकारियों का वन-स्टेप तबादला किया गया है। इससे एक दिन पहले ही IPS रैंक के 14 SP और 26 ASP अधिकारियों को बदला गया था।
यानी सिर्फ़ 48 घंटों में कुल 83 अफसरों का स्थानांतरण हो चुका है।

🔴 आसनसोल–दुर्गापुर में भी बड़ा बदलाव: संवेदनशील क्षेत्रों में नई टीम तैनात

सूत्रों के अनुसार, आसनसोल–दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट के कम से कम 6 ACP स्तर के अफसरों को नए सिरे से तैनात किया गया है।
चूंकि इन इलाकों को कानून-व्यवस्था के लिहाज़ से “अत्यधिक संवेदनशील” माना जाता है, ऐसे में यह बदलाव चुनावी तैयारी का हिस्सा बताया जा रहा है।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया:
“जिन इलाकों में पिछली बार हिंसा, वोट रोकने या बूथ कब्ज़े की घटनाएँ आई थीं, वहाँ नए और अनुभवी अधिकारियों को लगाया गया है।”

🔴 SIR प्रक्रिया, मतदाता सूची और BLO की मौत—सब मिलकर बढ़ा तनाव

राज्य में इस समय चुनाव आयोग की Special Intensive Revision (SIR) प्रक्रिया चल रही है, जिसके दौरान मतदाता सूची की ज़बरदस्त समीक्षा हो रही है।

  • हाल ही में BLO की संदिग्ध मौत,
  • कई बूथों में गड़बड़ी के आरोप,
  • विपक्ष द्वारा मतदाता सूची में “अनियमितता” उठाना

इन सबने राज्य के प्रशासन को झकझोर दिया था।

नेता विपक्ष सुवेंदु अधिकारी पहले ही कह चुके थे:
“ये सब चुनावी रणनीति का हिस्सा है। राज्य सरकार बूथ मैनेजमेंट को प्रभावित करना चाहती है।”
उन्होंने इस मामले की शिकायत मुख्य चुनाव आयुक्त से भी की थी।

🔴 सरकार का दावा—“चुनाव निष्पक्ष करवाने की तैयारी”

सरकारी सूत्रों का दावा है कि इन तबादलों का उद्देश्य है—

  • प्रशासनिक दक्षता बढ़ाना
  • संवेदनशील जिलों में नई कार्यशैली लागू करना
  • SIR प्रक्रिया को सुचारू रखना
  • चुनावी हिंसा और अव्यवस्था को रोकना

उच्च पदस्थ अधिकारी का कहना है:
“यह तबादला राजनीतिक नहीं, बल्कि कानून-व्यवस्था को चुस्त करने का प्रयास है।”

🔴 2026 चुनाव से पहले पूरे सिस्टम में ‘एक्टिवेशन मोड’

विश्लेषक इसे आने वाले बड़े चुनावी तूफ़ान का संकेत मान रहे हैं।
इतने बड़े और तीव्र पैमाने पर हुए तबादले बताते हैं कि—

  • प्रशासन,
  • पुलिस महकमा,
  • और चुनाव आयोग

तीनों 2026 के चुनाव को लेकर पूरी तरह सक्रिय मोड में प्रवेश कर चुके हैं।

चुनाव नज़दीक आते-आते बंगाल में राजनीतिक संघर्ष, बूथ-स्तर की जद्दोजहद और कानून-व्यवस्था की तैयारी अभी और तेज़ होने वाली है।

ghanty

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