बर्धमान, सोमवार:
पश्चिम बंगाल के पूर्व बर्धमान ज़िले में सोमवार को उस समय भारी तनाव फैल गया जब भाजपा कार्यकर्ताओं के एक जुलूस को जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचने से पहले पुलिस ने बैरिकेड लगाकर रोक दिया। भाजपा कार्यकर्ता पाकिस्तान से जुड़े अवैध नागरिकों को देश से निकालने की मांग लेकर ज्ञापन सौंपने आए थे।
जुलूस का नेतृत्व कर रही थीं भाजपा सांसद और तेजतर्रार नेत्री लोकेट चटर्जी, जिन्होंने बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें रोका और कोर्ट परिसर में अफरा-तफरी मच गई।
🚨 विरोध का कारण क्या था?
भाजपा का कहना है कि पूर्व बर्धमान में कई पाकिस्तानी नागरिक अवैध रूप से रह रहे हैं, जो देश की सुरक्षा के लिए खतरा हैं।
पुलवामा जैसे आतंकी हमलों के बाद केंद्र सरकार की सख्त नीति के तहत भाजपा ने यह अभियान शुरू किया है।
भाजपा जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपना चाहती थी जिसमें इन विदेशी नागरिकों की पहचान कर उन्हें तत्काल डिपोर्ट करने की मांग थी।
🪧 आंदोलन की झलकियाँ:
- 🗣️ भाजपा कार्यकर्ताओं ने भारत माता की जय और वंदे मातरम् के नारे लगाए
- 🚨 जुलूस बर्धमान स्टेशन से शुरू होकर कोर्ट रोड होते हुए DM ऑफिस की ओर बढ़ा
- 🔥 पुलिस की बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश में हुई धक्का-मुक्की
- 📢 लोकेट चटर्जी ने कहा – “बंगाल में पाकिस्तानियों को नहीं रहने देंगे!”
👥 नेताओं की प्रतिक्रियाएं:
लोकेट चटर्जी, सांसद, भाजपा:
“यह आंदोलन राष्ट्र की सुरक्षा के लिए है। बंगाल को अवैध घुसपैठियों का अड्डा नहीं बनने देंगे। प्रशासन अगर कार्रवाई नहीं करता है, तो हम और बड़ा आंदोलन छेड़ेंगे।”
🔎 घटनाक्रम का संक्षिप्त विश्लेषण:
विषय | विवरण |
---|---|
आयोजन का उद्देश्य | पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान और निर्वासन |
जुलूस का नेतृत्व | सांसद लोकेट चटर्जी |
विरोध स्थल | बर्धमान कोर्ट परिसर, जिलाधिकारी कार्यालय |
पुलिस की भूमिका | बैरिकेडिंग से रोक, झड़प की स्थिति |
भाजपा की चेतावनी | सख्त कदम नहीं उठे तो होगा ज़िला बंद आंदोलन |
📌 निष्कर्ष:
बर्धमान में सोमवार का दिन बंगाल की राजनीति में सुरक्षा और नागरिकता से जुड़े मुद्दों पर गरम बहस का प्रतीक बन गया।
क्या प्रशासन भाजपा की मांग पर कार्रवाई करेगा? या आंदोलन की आंच और तेज़ होगी?
चाहें तो मैं इसके लिए एक पोस्टर या सोशल मीडिया अभियान का टेम्पलेट भी बना सकता हूँ—क्या आप चाहेंगे?