बराकर (संवाददाता)।
बराकर शहर के वार्ड संख्या 68, हलवाई पट्टी स्थित प्राचीन मां रक्षा काली मंदिर परिसर में इस वर्ष भी भादो अमावस्या के अवसर पर आयोजित वार्षिक काली पूजा महोत्सव हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ।
पूजा समिति के सदस्यों ने बताया कि इस अवसर पर मंदिर को आकर्षक रोशनी, फूलों और रंग-बिरंगे सजावटी कपड़ों से भव्य रूप दिया गया। संध्या होते ही मंदिर वेदी पर मां काली की भव्य प्रतिमा को विराजमान किया गया और क्षेत्र के विद्वान ब्राह्मणों की देखरेख में वैदिक मंत्रोच्चारण एवं शास्त्रोक्त विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना प्रारंभ हुई।
विशेष परंपरा के तहत मां काली के समक्ष फलों और सब्जियों की बलि दी गई। इस अनोखे अनुष्ठान को देखने के लिए आसपास के क्षेत्रों से भारी संख्या में महिला-पुरुषों समेत स्थानीय गणमान्य लोग उपस्थित रहे। वातावरण “जय मां काली” के नारों और ढोल-नगाड़ों की गूंज से भक्तिमय हो उठा।
पूजा के उपरांत श्रद्धालुओं के बीच भोग-प्रसाद का वितरण किया गया। आधी रात 12 बजे पारंपरिक मंत्रोच्चारण और ढोल-बाजों की थाप पर माता की प्रतिमा का विसर्जन बराकर नदी में किया गया। इस दौरान पूरे शहर में धार्मिक उत्साह और सामूहिक एकता का अद्भुत दृश्य देखने को मिला।
स्थानीय समिति के सदस्यों का कहना है कि यह वार्षिक अनुष्ठान वर्षों से क्षेत्रवासियों की आस्था का प्रतीक रहा है और हर साल श्रद्धालुओं की भागीदारी लगातार बढ़ती जा रही है।